वेदांता बनाएगी 5 नई कंपनी, बाजार में लिस्टिंग भी, निवेशकों को मिलेंगे मुफ्त के शेयर

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Vedanta demerge plan: वेदांता ने डी-मर्जर का ऐलान कर दिया है। वेदांता अपने 5 कारोबार को अलग करेगी। कंपनी एल्युमीनियम, तेल, गैस, बिजली, स्टील कारोबार के लिए अलग-अलग कंपनी बनाएगी

Vedanta Demerge plan:

अरबपति अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता लिमिटेड ने डी- मर्जर का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। वेदांता अपने 5 कारोबार को अलग करेगी। जानकारी के मुताबिक कंपनी एल्युमीनियम, तेल, गैस, बिजली, स्टील कारोबार के लिए अलग-अलग कंपनी बनाएगी।

वेदांता हरेक शेयर पर इन कंपनियों के एक-एक शेयर देगी। जो निवेशक पहले से ही वेदांता में दांव लगा रखे हैं, उन्हें ये शेयर मुफ्त में मिलेंगे। अहम बात ये है कि वेदांता लिमिटेड के पास हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के साथ ही स्टेनलेस स्टील और सेमीकंडक्टर/डिस्प्ले के नये व्यवसायों में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी बनी रहेगी ।

डी- मर्जर की यह योजना तब आई है जब वेदांता भारी कर्ज में है और इसकी यूके स्थित मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेज की रेटिंग में गिरावट भी देखने को मिल रही है। कंपनी अपने loan दायित्वों को पूरा करने की चिंताओं के कारण फंड जुटाने के लिए संघर्ष कर रही है।

कौन-कौन सी कंपनी होगी :

वेदांता के डी-मर्जर की प्रक्रिया 12-15 महीनों में कंम्पलीट होने की उम्मीद है। इसके बाद वेदांता की जिन कंपनियों की लिस्टिंग होगी, वो वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, वेदांता पावर, वेदांता स्टील एंड आयरल और वेदांता बेस मेटल्स हैं।

बता दें कि वेदांता लिमिटेड पहले से ही शेयर बाजार में लिस्टेड है। इस तरह वेदांता कुल 6 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होंगी।

क्या कहा कंपनी ने

वेदांता लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “हम सूचित करना चाहते हैं कि कंपनी के निदेशक मंडल ने आज यानी 29 सितंबर, 2023 को हुई अपनी बैठक में महत्वपूर्ण मूल्य को अनलॉक करते हुए अलग-अलग व्यवसायों के डी मर्जर को अपनी मंजूरी दे दी है। “

अनिल अग्रवाल ने क्या कहा: वहीं, वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल ने कहा कि यह वेदांता और भारत के लिए एक दिलचस्प घोषणा है। हमारा देश अभूतपूर्व विकास पथ पर है जो हमें इस दशक के अंत से पहले दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना देगा।

माइनिंग, मेटल, ऑयल और गैस के अलावा पावर की मांग बहुत तेजी से बढ़ने वाली है। वेदांता के व्यवसाय इस बढ़ती मांग को पूरा करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए सही स्थिति में हैं। वेदांत सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास में भी प्रवेश कर रहा है जो भारत के लिए बहुत महत्व रखता है।

इस बीच, अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाले वेदांता लिमिटेड के शेयर शुक्रवार को लगभग 7 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। यह 2023 में स्टॉक के लिए सबसे बड़ी एक दिन की बढ़त थी। इसी के साथ वेदांता लिमिटेड के शेयर ने सात दिनों की गिरावट का सिलसिला भी तोड़ दिया। बीते दिनों शेयर ने 31 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट भी देखी

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