15 ऐसे बड़े कारण जिससे शेयर मार्केट में नुकसान होता है

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आपने अक्सर देखा होगा कि लोगों को शेयर बाजार में फायदे से ज्यादा नुकसान होता है लेकिन ऐसा क्यों होता है?

हम सभी लोग शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए निवेश करते हैं लेकिन 75% से ज्यादा लोग शेयर बाजार में अपना पैसा डुबा देते हैं।

जब वहीं कुछ लोग ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने अपना पूरा पैसा शेयर बाजार में निवेश करके ही बनाया है जैसे; वॉरेन बफेट, राकेश झुनझुनवाला, राधाकृष्ण दमानी, विजय केडिया आदि।

अगर आप भी इन लोगों की तरह पैसा कमाना चाहते हैं तो पहले आप को समझना होगा कि आखिर शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है? लोग ऐसी कौन सी गलतियां करते हैं जिनकी वजह से उन्हें शेयर बाजार में नुकसान होता है।

आज इस आर्टिकल में आप जानने वाले हैं कि शेयर बाजार में नुकसान क्यों और कैसे होता है, शेयर मार्केट में नुकसान होने के क्या कारण है?.

शेयर बाजार में नुकसान होने के कारणों के बारे में हर एक निवेशक को पता होना चाहिए क्योंकि अगर आपको यही पता नहीं होगा कि share market me nuksan kyu hota hai तो आप अपने शेयर बाजार के नुकसान (Loss) को कभी कम नहीं कर सकते।

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शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है? | शेयर बाजार में नुकसान क्यों होता है?

शेयर मार्केट में नुकसान तब होता है जब निवेशक बिना कोई रिसर्च किए बाजार में निवेश करते हैं और दूसरों की सलाह पर शेयर खरीदते और बेचते हैं।

शेयर बाजार में नुकसान को कम करने के लिए पहले बाजार को सीखें, कंपनियों की फंडामेंटल और टेक्निकल रिसर्च करें, फिर पैसा इन्वेस्ट करें।

अधिकतर लोगों को शेयर बाजार का ज्ञान नहीं होता फिर भी वह वह बिना प्रॉपर रिसर्च किए पैसा इन्वेस्ट कर देते हैं और यही कारण है

कि लोगों को शेयर मार्केट में नुकसान होता है। ऐसी ही बहुत सारी गलतियां आम निवेशक करते हैं जिनसे उन्हें loss का सामना करना पड़ता है

आइए एक-एक करके जान लेते हैं शेयर बाजार में नुकसान होने की सभी कारणों के बारे में―

1. शेयर प्राइस बढ़ता हुआ देखकर खरीदना

शेयर बाजार नुकसान होने का सबसे पहला कारण है शेयर की कीमत बढ़ता हुआ देखकर उस में निवेश करना. अक्सर नए निवेशक यह गलती करते हैं कि जब किसी शेयर का प्राइस बढ़ने लगता है तो उसका कारण जाने बिना कि आखिर वह share क्यों बढ़ रहा है तुरंत बाकी लोगों की तरह उसमें निवेश करने लगते हैं।

लेकिन बाद में उन्हें पता चलता है कि उस शेयर का प्राइस जबरदस्ती बढ़ाया जा रहा था लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और आप उस शेयर में फंस चुके होते हैं क्योंकि उस कंपनी में lower circuit लगने लगते हैं जिसके कारण आम इन्वेस्टर अपने खरीदे हुए शेयर नहीं बेच पाते हैं।

इस प्रकार आपकी एक गलती की वजह से आपका नुकसान बढ़ता ही जाता है इसीलिए आज ही शेयर बाजार में अपना नुकसान कम करने के लिए बढ़ता हुआ शेयर देखकर पैसा ना लगाएं।

2. स्टॉप लॉस ना लगाने से नुकसान होता है

Stop Loss का फंडा अधिकतर ट्रेडर्स लोगों के बीच देखा जाता है ना कि इन्वेस्टर्स के बीच। जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग या ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं अगर उन्होंने स्टॉपलॉस नहीं लगाया तो उनको बहुत बड़ा कैपिटल कुछ ही मिनटों में साफ हो सकता है.

स्टॉप लॉस ना लगाना इतना खतरनाक है कि आपका 1 लाख रुपये 1 मिनट में डुबा सकता है इसीलिए अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो स्टॉप लॉस जरूर लगाएं।

3. शेयर बाजार को बिना समझे निवेश करना

यह शेयर मार्केट में नुकसान होने का तीसरा सबसे बड़ा कारण है कि लोग बिना सीखें स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं और इसलिए उन्हें अपने इन्वेस्टमेंट को खोना पड़ता है। कुछ लोग तो ऐसे होते हैं

जिन्हें share market के basics भी पता नहीं होते फिर भी एक बहुत बड़ा पैसा शेयर बाजार में डाल देते हैं।

आपको पता होना चाहिए कि शेयर बाज़ार एक zero sum गेम है मतलब एक इंसान का पैसा दूसरे इंसान के पास जाता है अगर आपने थोड़ी सी भी गलती की और दूसरे ने थोड़ी सी भी समझदारी दिखाई तो उसे फायदा होगा और आपको नुकसान।

क्योंकि स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर एक निवेशक का नुकसान दूसरे का फायदा होता है और दूसरे निवेशक का फायदा तीसरे का नुकसान होता है।

जो लोग शेयर बाजार को बिना समझे निवेश करते हैं उन्हें हमेशा नुकसान ही होगा जबकि जो लोग शेयर बाजार को सीखकर निवेश करते हैं वह long term में wealth create करते हैं।

4. स्टॉक मार्केट के नियमों को फॉलो ना करना

शेयर मार्केट में नुकसान का चौथा कारण है– स्टॉक मार्केट के नियमों को फॉलो ना करना. दुनिया के जितने भी बड़े और सक्सेसफुल इन्वेस्टर हुए हैं उन सभी ने शेयर बाजार के नियमों को फॉलो किया है।

शेयर बाजार के कुछ बेसिक नियम इस तरह हैं–

  • हर बड़ी गिरावट के बाद रिकवरी आती है,
  • शेयर बाजार में आपका फायदा किसी अन्य का लॉस होता है
  • शेयर बाजार कंपनियों को उनकी वैल्यू के अनुसार ही भाव देता है
  • लंबी अवधि में वही कंपनी टिकती है जिसके फंडामेंटल मजबूत होते हैं
  • जितनी तेजी से लोग शेयर बाजार में करोड़पति बनते हैं उससे कई गुना तेजी से कंगाल भी हो जाते हैं

इन सबके अलावा शेयर मार्केट के बहुत सारे फैक्ट हैं जो हर एक निवेशक को पता होना चाहिए। अगर आप जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में शेयर बाजार में लालच में दिखाते हैं तो आपको उसका नुकसान बहुत जल्द भुगतना पड़ेगा।

5. गिरावट होने पर शेयर बेच देने के कारण

जब शेयर मार्केट में क्रैश आता है तो बहुत सारे नए निवेशक घबरा जाते हैं और डर के कारण अपने पोर्टफोलियो के शेयर बेचने लगते हैं जिससे उन्हें नुकसान होता है।

अगर आप भी मार्केट में हो रही गिरावट के कारण बिकवाली करते हैं तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती है क्योंकि यही तो मौका होता है बाजार में पैसे कमाने का।

अधिकतर लोग गिरावट के कारण इसीलिए शेयर बेचने लगते हैं क्योंकि उन्हें कंपनी के बिजनेस के बारे में पता नहीं होता और उन्हें लगता है कि कहीं उनका निवेश पूरी तरह से खत्म ना हो जाए जबकि एक समझदार निवेशक इसके विपरीत सोचता है।

मैं आपको यही सलाह दूंगा कि गिरावट होने पर अपने शेयर बेचने की बजाय गिरावट का कारण समझने की कोशिश करें जिससे आपको पता चलेगा कि मार्केट कब तक रिकवर होगा और इस प्रकार आप शेयर बेचने की बजाय और ज्यादा खरीदेंगे जिसका फायदा आपको भविष्य में मिलेगा।

6. खुद से रिसर्च ना करना

आजकल लोग खुद से research करने की बजाए सिर्फ दूसरों से tips लेकर शेयर खरीदते हैं जिसके कारण उन्हें नुकसान होता है। चाहे आप कितना भी रिसर्च करने से भाग लो लेकिन सच्चाई तो यह है कि जब तक आप खुद से मेहनत करके रिसर्च नहीं करेंगे तब तक आप एक अच्छा investment नहीं कर सकते।

इसीलिए बेहतर होगा कि कंपनियों की फंडामेंटल रिसर्च करना सीखें, बैलेंस शीट पढ़ें, कैश फ्लो स्टेटमेंट को एनालाइज करें और Profit & loss स्टेटमेंट देखें।

सच तो यह है कि आधे से ज्यादा लोग यह सभी बोरिंग चीजें नहीं देखते हैं और इसी कारण उन्हें शेयर बाजार में नुकसान होता है।

7. कंपनी के बिजनेस को ना समझना

क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो अपने खरीदे गए शेयर बहुत ज्यादा गिरावट होने पर डर जाते हैं या उसकी कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर excited हो जाते हैं?

अगर हां तो आपको इसके पीछे का कारण अभी पता होना चाहिए आपको जानना चाहिए कि शेयर की कीमत कम या ज्यादा क्यों होती है? इसका सबसे अच्छा उपाय है कंपनी के बिजनेस को समझना मतलब

  • कंपनी पैसे कैसे कमाती है,
  • कंपनी के प्रोडक्ट क्या क्या है,
  • फ्यूचर में कंपनी ग्रोथ के लिए क्या करने वाली है,
  • कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस की रिमांड बढ़ने वाली है

जब आप इस तरह के सवाल करते हैं तो आपको कंपनी के बिजनेस को समझने में मदद मिलती है और जो लोग कंपनी के बिजनेस को बिना समझे शेयर मार्केट में निवेश करते हैं अक्सर नुकसान झेलना पड़ता है।

8. अपने निवेश को डायवर्सिफाई ना करना

शेयर बाजार में नुकसान होने का एक कारण यह भी है कि अपना पूरा पैसा एक ही सेक्टर की कंपनी में लगा देना। बहुत बार ऐसा देखा गया है

कि एक particular सेक्टर अच्छा परफॉर्म नहीं करता है चाहे बैंकिंग हो, फार्मा हो या IT सेक्टर हो आदि मतलब आपको किसी एक ही सेक्टर पर पूरी तरह से निर्भर नहीं होना चाहिए।

इसका हाल ही में उदाहरण देखा जाए तो जिन लोगों ने सिर्फ और सिर्फ आईटी कंपनियों के स्टॉक्स में ही निवेश किया था उनका पोर्टफोलियो बाकी सेक्टर की अपेक्षा बहुत समय से नुकसान में है क्योंकि IT सेक्टर अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहा है।

हर चीज के पीछे कोई ना कोई कारण होता है और आईटी सेक्टर के अच्छा परफॉर्म ना करने का कारण यह है कि इंडिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनियां अमेरिका पर निर्भर है

क्योंकि वह अपनी अधिकतर सर्विस अमेरिका और यूरोप जैसे देशों को एक्सपोर्ट करती है लेकिन अभी कुछ समय से अमेरिका में recession जैसी स्थिति बनी हुई है जिसकी मालपुरा आईटी सेक्टर झेल रहा है।

इसीलिए एक ही सेक्टर में पूरा पैसा इन्वेस्ट करने के बजाय अच्छा होगा कि आप अलग-अलग सेक्टर में थोड़ा थोड़ा पैसा डायवर्सिफाई करें इस प्रकार आप शेयर बाजार में अपने को कम कर सकते हैं।

9. Loss को होल्ड करना जबकि प्रॉफिट को बुक करना

यह आदत बहुत सारे ट्रेडर्स में हैं कि वह Loss को लंबे समय तक कोल्ड करते रहते हैं जबकि प्रॉफिट को जल्दी बुक करके बाहर निकल जाते हैं। यहां पर मैं ट्रेडर्स इसीलिए बुला क्योंकि यह प्रॉब्लम अधिकतर ट्रेडर्स लोगों को आती है ना कि इन्वेस्टर्स को।

ट्रेडिंग में अपनी भावनाओं पर संयम ना रखने के कारण लोगों को बहुत बड़ा नुकसान होता है और किसी एक चीज में कमी होने के कारण लोग बहुत सारे पैसे गंवा देते हैं।

अगर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय अपने नुकसान को कम करना चाहते हैं तो अपनी भावनाओं पर संयम रखें और जितना नुकसान हो रहा है उसे तुरंत बुक कर ले और प्रॉफिट को थोड़ा समय तक चलने दे।

10. भीड़ के साथ पैसा लगाना

जो लोग भीड़ के साथ पैसा लगाते हैं लंबे समय में उनको नुकसान ही होता है। भीड़ के साथ इन्वेस्टमेंट करने से शेयर बाजार में आज तक कोई भी अमीर नहीं बना है।

मान लीजिए किसी कंपनी के फंडामेंटल कमजोर हैं लेकिन फिर भी उसके शेयर का प्राइस आज 10% बढ़ गया, कम फिर 10% और इस तरह देखते ही देखते 1 महीने में शेयर ने 200% से भी ज्यादा रिटर्न्स दे दिए अब आप क्या करेंगे?

एक महीने बाद बहुत सारे लोग बहुत तेजी से उस शेयर में निवेश करने लगेंगे जिससे शेयर का प्राइस और भी तेजी से बढ़ने लगेगा लेकिन क्योंकि आपको पता है कि उस शेयर के फंडामेंटल मजबूत नहीं है तो क्या आप भी भीड़ के साथ कुछ शेयर में पैसा लगाएंगे…

अगर हां तो आप कुछ समय बाद बहुत बड़ा नुकसान करने वाले हैं क्योंकि शेयर बाजार में लॉन्ग टाइम में वही टिकता है जिसकी actual कोई value होती है।

शॉर्ट टर्म में शेयर कितना भी ऊपर नीचे हो जाए लेकिन भविष्य में उसी कंपनी का शेयर प्राइस मल्टीबैगर रिटर्न देता है जिसका बिजनेस बढ़ता है।

11. न्यूज़ में आने वाले स्टॉक्स में निवेश करना

हर दिन न्यूज़ और मीडिया नए-नए शेयरों को प्रमोट करती रहती है बिज़नेस न्यूज़ चैनल पर रोज आपको शेयर खरीदने की सलाह दी जाती है और ऐसा दिखाया जाता है कि उसे शेयर का प्राइस बहुत जल्दी कई गुना बढ़ सकता है जबकि अगर सच्चाई देखी जाए तो ऐसा कुछ नहीं है।

न्यूज़ वाले स्टॉक्स में निवेश करने वाले लोगों को अधिकतर नुकसान ही होता है। क्योंकि या तो वह स्टॉक पॉपुलर होने की वजह से बहुत overvalued हो चुका होता है या फिर किसी कंपनी owner ने पैसे देकर उसका जबरदस्ती प्रमोशन करवाया होता है।

आपने देखा होगा कि जब किसी कंपनी का आईपीओ आता है तो हर जगह उसका प्रमोशन किया जाता है जैसे अलग-अलग न्यूज़ चैनल के माध्यम से, सोशल मीडिया के जरिए, समाचार पत्रिका या न्यूज़ वेबसाइट के माध्यम से उस कंपनी का प्रचार किया जाता है ताकि लोग उसमें निवेश कर दें।

देखा जाए तो एक तरह से निवेशकों के बीच hype क्रिएट की जाती है IPO को लेकर. जो लोग इस तरह के जाल में फस जाते हैं उन्हें शेयर बाजार में बहुत बड़ा नुकसान होता है।

12. पेनी स्टॉक्स में पैसा लगाना

अधिकतर नय लोग पेनी स्टॉक्स अर्थात सबसे सस्ते शेयर में पैसा इसीलिए लगाते हैं क्योंकि उनके पास पैसा कम होता है। या फिर कुछ लोग तो सिर्फ इसीलिए पेनी स्टॉक लेना पसंद करते हैं क्योंकि वह share की quality से ज्यादा उसकी quantity पर फोकस करते हैं।

उन्हें लगता है कि अगर कोई शेयर 2000 रुपये का है तो 10 हज़ार रुपये लगाकर वह 5 शेयर खरीद पाएंगे इससे बढ़िया है कि 10 रुपये वाले 200 शेयर खरीद लिया जाए इससे उनका पोर्टफोलियो थोड़ा बड़ा दिखेगा।

और ऐसी ही सोच के वजह से इन्वेस्टर्स को नुकसान होता है क्योंकि आपको पता होना चाहिए कि हर शेयर के पीछे कोई ना कोई बिजनेस होता है और कोई शेयर अगर पेनी स्टॉक के रूप में डिलीट कर रहा है

तो इसका मतलब है कि या तो वह कंपनी पूरी तरह से कंगाल हो चुकी है या फिर उसका बिजनेस अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहा है।

13. ऑपरेटर के जाल में फंसना

ऑपरेटर वह लोग होते हैं जो छोटे रिटेल निवेशकों को फंसाते हैं। ऑपरेटर की जाल में फस कर बहुत सारे नए लोगों का नुकसान होता है। शेयर बाजार में ऑपरेटर कुछ इस तरह से काम करते हैं–

  • सबसे पहले वह किसी बहुत छोटी कंपनी के शेयर बड़ी मात्रा में खरीद लेते हैं
  • फिर उस कंपनी का हर जगह सोशल मीडिया पर, न्यूज़ में, मैगजीन में, यूट्यूब पर, टेलीग्राम चैनल्स के द्वारा प्रमोशन किया जाता है
  • लोगों को लालच दिया जाता है कि उस कंपनी का शेयर भविष्य में बढ़ने वाला है
  • इस प्रकार बहुत सारे छोटे निवेशक उनके झांसे में आ जाते हैं और उस शेयर में निवेश करने लगते हैं
    एक साथ बहुत सारे लोगों का पैसा उस कंपनी में आने से उसका शेयर प्राइस बहुत तेजी से बढ़ने लगता है
  • शेयर प्राइस बढ़ने से ऑपरेटर और भी ज्यादा कॉन्फिडेंस के साथ उस शेयर का प्रमोशन करते हैं और यह cycle कुछ समय तक चलती रहती है
    जब शेयर का प्राइस ऑपरेटर के खरीदे गए प्राइस से बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो ऑपरेटर अपने शेयर बेच देते हैं और बाहर निकल जाते हैं
  • ऑपरेटर के इतनी बड़ी मात्रा में खरीदे गए शेयर अचानक बेचने के कारण उस कंपनी के शेयर का प्राइस अचानक बहुत तेजी से गिरने लगता है और उस शेयर में lower circuit लगने लगते हैं.
  • लोअर सर्किट लगने की वजह से कोई भी रिटेल निवेशक अपने शेयर नहीं बेच नहीं पाता और इस तरह उनका हर दिन नुकसान होता रहता है।

ऑपरेटर शेयर बाजार में जाल बिछाते हैं और उनका टारगेट छोटे रिटेल निवेशक होते हैं और इनके जाल में फस कर लोगों को भारी नुकसान होता है।

14. एक साथ बहुत सारा पैसा निवेश कर देना

शेयर बाजार में एक साथ बहुत सारा पैसा निवेश कर देने से भी लोगों को नुकसान होता है क्योंकि जब उन्हें पैसे की जरूरत होती है तो उस समय मार्केट बहुत ज्यादा नीचे होता है और उस समय उन्हें अपने शेयर बेचना पड़ता है जिसके कारण उनकी इन्वेस्टमेंट पर मजबूरी में नुकसान करना पड़ता है।

अगर आप भी lumpsum पैसा शेयर बाजार में लगाते हैं और अपने पास कुछ नहीं रखते हैं दो यह आपकी बहुत बड़ी गलती है जिसे आज ही सुधार लीजिए और SIP के द्वारा निवेश करना शुरू कर दीजिए।

SIP इन्वेस्टमेंट करने से आप अपने शेयर बाजार के नुकसान को कम कर सकते हैं और कंपाउंडिंग की पावर का फायदा उठा सकते हैं।

15. धैर्य की कमी के कारण

शेयर बाजार में सफलता पाने का सबसे बड़ा कारण है patience यानी धैर्य। जो लोग धैर्य पूर्वक अपने निवेश को ग्रो होने देते हैं उन्हें शेयर बाजार में कभी नुकसान नहीं होता है जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो धैर्य की कमी के चलते अपने इन्वेस्टमेंट को लॉस में बेच देते हैं।

ऐसा अक्सर देखा गया है कि अगर अगर लोगों का पोर्टफोलियो 1-2 साल तक सिर्फ नुकसान में होता है तो वह अपने शेयर बेचने लगते हैं जबकि उन्हें गिरावट के पीछे का कारण जानना चाहिए जिससे आपको पता चलेगा कि मार्केट कब तक रिकवर हो सकता है

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