divided yield ओर promoter holding हिन्दी मे

Dividend Yield और Promoter Holding क्या है? Stock Analysis #4

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नमस्कार दोस्तों!! Stock Analysis series मे आपका स्वागत है। जेसे की आप जानते है हम stock का analysis Finology का ticker टूल use करके करते है तो हम उसमे जो भी डाटा दिया हुआ है वो analysis करके है तो हमने enterprise value, market value, PAT Ratio, ROI Ratio ऐसे बहुत सारी चीजे देख ली

तो आज हम Dividend yield, promoter holding क्या है ओर केसे आप इसकी सहायता से stock analysis कर सकते है ओर कोनसे industries मे मे ज्यादा use होता है, सब कुछ Detail मे जानेगे।

Dividend Yield क्या होता है?

सबसे पहले हम को ये जानना होगा की Dividend क्या होता है। जिससे हम Dividend Yield के बारे मे जान सके।

Dividend यानि कंपनी जो भी सालभर मे प्रॉफ़िट कमाती है उसका कुछ हिस्सा वो share holder को देती है। Dividend देना जरूरी नही है लेकिन अगर कोई कंपनी Dividend देती है तो वो एक अच्छी चीज़ मानी जाती है। कंपनी जो लोग ने भरोसा करके पैसे लगे है उनको कुछ हिस्सा बाट देती है। ओर वो लोगो को ज्यादा attract भी करती है।

  • Dividend Yield = Annual  Dividend Per share/ current share price*100

Dividend Yield Dividend को सारे share से divide करके जो share की price चल रझा है उससे divide करके मिलता है। यानि अगर price मे जो भी बदलाव आता है उससे ये ratio मे भी बदलाव आता है। भाव कम होने पर ये रैशियो बढ़ता है।

अगर कोई कंपनी dividend नही देती तो इसका मतलब ऐसा नही है की वो प्रॉफ़िट नही करती या ग्रोथ अच्छी नही है या कंपनी बुरी है! कुछ कंपनी प्रॉफ़िट को ज्यादा investment करती है ओर अपने business को ज्यादा बढ़ाती है। या उसको ज्यादा पैसो की जरूरत है तो dividend नही देती वही पैसा आगे invest करती है।

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अगर कोई कंपनी को पैसो की जरूरत नही है इसलिए वो बाट देती है। जेसे Cole India Ltd जिसको ज्यादा पैसो की जरूरत नही होती क्यूकी उसका production stable है ओर वो एक monopoly वाली कंपनी है जिससे उनको competitor का सामना नही करना ना ही advertisement मे खर्चा करना है।

तो वो अच्छा dividend देती है जहा Info-edge है वो भी अच्छा प्रॉफ़िट कमाती है लेकिन Dividend yield कम है क्यूकी उसको competitors से सामना करना है और वो इनवेस्टमेंट करके अपना विस्तार बढ़ा रही है जेसे paisa bazaar जेसी कंपनी खरीदी है। जिससे लिए अपना प्लान है प्रॉफ़िट का use करने का तो वो कंपनी कम dividend देती है वो भी कभीकभार।

तो जो कंपनी ज्यादा dividend देती है वो कम ग्रोथ वाली हो सकती है जो की वो फ्युचर मे ज्यादा ग्रोथ ना करे। जेसे Cole India Ltd का dividend rate ज्यादा है लेकिन उसके प्राइस कम होते गए है।

तो सिर्फ dividend yield देख कर आप फेसला नही ले सकते की share खरीदे या नही। और वेसे भी  आप share को कभी भी बेच कर जो प्रॉफ़िट चाहिए वो ले सकते है।

Promoter Holding क्या है?

प्रमॉटर होल्डिंग यानि जो business का owner है उसने कितने प्रतिसत % share hold किए है। promoter यानि business का owner इससे हमे पता चलता है की उसे अपने business मे कितना interest है अगर वो अपने share बेच रहा है ओर holding कम कर रहा तो उसको अपने business मे कम interest है। तो वो ज्यादा ध्यान भी नही देगा अपने business को grow करने मे।

अगर ज्यादा है तो वो ज्यादा अच्छे से management करेगे की loss ना हो तो कुछ कंपनी मे promoter holding useful है तो कुछ मे नही!

तो जो भी कंपनी मे आप निवेश करते है तो एक बात याद रखना की 35-40% से ज्यादा promoter holding हो। लेकिन कुछ कंपनी मे ऐसा नही होता जेसे ITC, Bank Etc..

ITC एक professionally well manage कंपनी है जी कोई एक इंसान उसको manage नही काटा ज्यादा इंसान मिल कर करते है जिससे कोई एक इंसान के पास ज्यादा होल्डिंग नही होती। ओर RBI ने बैंक मे रूल बना दिया है कोई इससे ज्यादा किसी एक व्यक्ति के पास share नही होने चाहिए जिससे कोई एक इंसान बैंक के सारे फेसले ले कर बर्बाद ना कर दे या बेच के सारा ले कर चला ना जाए।

Promoter holding से एक ओर बात जुड़ी हुई है की वो होल्डिंग के share किस्से पास है यानि की काही पर गिरवी तो नही रखा हुआ या कितना रखा हुआ है जेसे zee learn कंपनी है जो 50% से ज्यादा होल्डिंग है लेकिन 80% जितना गिरवी है।

ओर वो अपनी होल्डिंग को बड़ा रहे है या कम कर रही है वो भी देखना जरूरी है। अगर कम कर रही है तो ये अच्छी sign नही है!

ITC एक ऐसी कंपनी जिसकी होल्डिंग 0% है ओर DII की होल्डिंग 42% जितनी है DII यानि domestic institutional inventors के पास है जेसे की mutual fund, bank जेसे financial institutes कंपनी। तो कुछ तो सोच समज के लिए होगे।

ओर FII- foreign institutional investors यानि विदेश की कंपनीया। तो experience वाली कंपनी ने लिए है तो कुछ देख कर लिए होगे।

आशा है आपको सब समज़ आया होगा ऐसे ही आप सारी चीजे समज कर फेसला लेना चाहिए कोई भी एक चीज़ देख कर आप फेसला नही ले सकते। तो आज तक हमने जो आर्टिकल लिखे वो भी अप्लाई करो ओर आने वाले पोस्ट को भी ध्यान रखना है ओर 30 दिन के बाद सारी चीजे जब cover हो जाएगी तब आप investment का फेसला ले सकते है।

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