Intraday Trading क्या होती हैं? | What Is Intraday Trading In Hindi?
नमस्कार दोस्तों! आज हम Intraday Trading के बारे सारी जानकारी देगे. Intraday Trading stock Market मे use होने वाला Trading का एक प्रकार है।
Share Market मे बहुत Type की ट्रेडिंग होती है जेसे Intraday, Delivery Trading, Futures, options, और commodity Trading। आज हम सिर्फ Intraday Trading के बारे मे Detail मे बात करेगे।
- Intraday Trading का Meaning एक दिन के अंदर ही अंदर।
कोई भी Share को जिस दिन खरीदा उसी दिन बेचना। आप जब भी share खरीदेगे तब आपको intraday का option मिलेगा आप वहा से खरीद सकते है।
याद रखे Intraday Trading आप कर रहे तो आपको अपने जो भी share intra day मे खरीदे है वो Trading Timing ख़त्म होने से पहले बेचना पड़ेगे।
Trading Timing (9:10 AM-3:30 PM) है। नही तो आपके share आपका broker आपके behalf पे बेच देगा और आपको extra charges देने होगे, और अगर loss हुआ तो भी वो बेच देगे।
Intraday trading मे आप share के जो price उपर-नीचे होते रहते है उसका फ़ायदा लेके आप प्रॉफ़िट कर सकते है लेकिन हर बार profit नही होता loss भी होता है, और 90% का नुकसान ही होता है और 10% का फ़ायदा जो सीख रहे होते है।
In This Post
Intraday Trading के फ़ायदे (Advantage Of Intraday Trading In Hindi)
High Margin & No Interest
Margin यानि अगर आपके पास 20000 रूपय है और आपको 60000 रूपय के share खरीदने है तो आपको ब्रोकर उधार देगा जिसमे कोई व्याज नही होगा। मार्जिन आपको 3 से 7 गुना मिल जाता है। मार्जिन सिर्फ intraday के लिए होता है। याद रखे जो फ़ायदा होगा आपको फ़ायदा है लेकिन loss हुआ तो आपको बहुत loss होगा, क्यूकी आप जो trading अपने पैसे से करते है तो सोच समज कर सकते है की काही लॉस न हो जाए, लेकीन दूसरों के पैसे से आप थोड़े जोश मे आ जाते है। और गलत decision ले लेते है।
अगर आप सही तरीके से Trading करे तो आपको मार्जिन से भी प्रॉफ़िट बनाके अपना benefit ले सकते है।
No Overnight Market Risk
बहुत बार आपने देखा होगा की रातो-रात मार्केट crash हो जाता है। तो आपको नुकसान होता है। intraday मे आपको ऐसा कोई रिस्क नही क्यूकी आप एक दिन मे ही खरीद- बेच रहे है। intraday मे आपको share आपके Trading account मे नही मिलते और आपको वो सब 3:10 तक बेचने पड़ते है।
अगर आप ऐसा नही करते तो आपका ब्रोकर वो बेच देगा और आपको extra charges देने होते है और आपको नुकसान भी हो सकता है अगर वो share के price कम हो गए तो। इसलिए आपको पूरा दिन share के price देखने होगे और जभी आपको प्रॉफ़िट हो तब बेच सकते है
और एक बात याद रखे की intraday मे भी charges लगते है तो आपको खरीदते और बेचते समय करीब करीब 20 रूपय हर बार देने होते है यानि बेचते समय भी 20 रूपय और खरीदते समय भी तो आपको इतना प्रॉफ़िट तो होना चाहिए जिससे आपको charges pay करने के बाद भी प्रॉफ़िट हो। अगर आप charges के बारे मे नही जानते तो आप हमारा ये वाला article पड़े।
Short Selling
Short selling यानि जो shares आपके पास नही है उससे बेचना, लेकिन ये केसे पॉसिबल है? तो आप उधार पर broker से share ले कर उससे बेच सकते है। अब इसमे भी दो बात है एक तो आपको फ़ायदा होगा या तो नुकसान, क्यूकी आपको वो share फिर से खरीदके broker को देने होते है।
इसलिए अगर आपको फ़ायदा हुआ तो अच्छा है या तो नुकसान हुआ तो आपको भरपाई करनी होगी। जेसे 100 share आपने 100 रुपय पर share लिए तो आपने share लिए और price कम हो गया तो आपको नुकसान होगा जेसे 100 का share 90 रुपय हो गया तो आपको 1000 रुपय का नुकसान होगा या 110 रुपय हो गए तो 1000 का फ़ायदा होगा।
Intraday Trading के नुकसान (Disadvantage Of Intraday Trading In Hindi)
Need Time
Intraday Trading मे आपको जो share लिए है वो बेचने ही होते है trading timing से पहले इसलिए आपको पूरा दिन demat account पे ध्यान रखना होता है, क्यूकी 2-3 मिनिट मे ही पूरी situation change हो जाती है इसलिए आपको active रहना होता है
और आपको जब भी आपको जितना प्रॉफ़िट चाहये उतना हो तो तो आप बेच दो आप कभी भी 9:10 से 3-10 के बीच मे buy और sell कर सकते हो और सारे share 3-10 से तक बेच देने होगे।
Delivery Trading मे ऐसा कुछ नही होता आप कभी भी बेच सकते है 1 महीने मे 1 साल मे या next generation को भी फॉरवर्ड कर सकते है। हा Delivery Trading मे आपको long term मे फ़ायदा होता है।
Emotional Decisions
बहुत बार लोग इमोश्नल हो के decision ले लेते है और बाद मे पछताते है इसलिए आपको दिमाग से काम लेना होता है। और मार्केट मे क्या चल रहा है वो देखना है सुनी सुनाई अफ़फाओ पर नही अपने analysis पे ध्यान देना है।
Intraday के लिए आपको बहुत ज्यादा detail मे जाने की जरूरत नही है आप technical analysis, chart पढ़ना ये basic skill सीख लो फिर कोई भी फेसला लो। आगे के आर्टिकल मे हम Techinical Anaysis केसे करते है वो जानेगे।