Bank के Stock कैसे Analysis करे? किस Bank के Share लेने चाहिए 2024 मे?

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अगर आप share market मे investment करते है तो आपको पता होगा की bank का nifty बहुत कम हुआ है यानि बैंक के share कम price मे मिल रहा है।

लेकिन किस बैंक का share लेने चाहिए?

वो बहुत बड़ा confusion है तो आज हम बताएगे की कैसे आप बैंक या finance company के कोन से fundamental check करे?

यानि, Bank के Share कैसे Analysis करे वो जानेगे?

जेसा की हम ने आगे बताया था की कैसे आप Share analysis कर सकते है और अलग अलग Ratio बताए थे की कैसे आप Manufacturer/Business के share analysis कर सकते है।

कंपनी का Asset turnover, cash cycle, EPS, PE और भी बहुत कुछ बताया था।

लेकिन सारी कंपनी के लिए इस तरीके से analysis नही कर सकते हर एक industries के लिए अलग अलग factor होते है analysis करने के लिए।

आज हम Bank, asset management, financial management कंपनी के stock analysis कैसे करे? वो जानेगे।

हमने पहले ही बताया थी की किसी भी कंपनी की सारी detail के लिए और सारे ratio हम finology का ticker tool use करते है। तो आप finology की  website से सारा data देख सकते है।

Bank/financial कंपनी और दूसरी कंपनी के Share मे क्या फर्क होता है?

बैंक क्या करती है की वो अपने बैंक मे जो deposit आती है उसको use करके लोन देती या और दूसरे कुछ मे use करती है और जो depositor होते है उसको कम interest देती है और ज्यादा interest मे लोन देती है। तो एसे वो अपने प्रॉफ़िट कमाते है इसलिए बाकी industries से ये अलग होता है।

जेसे Current वालों को 0%, saving वालों को 3-5% और FD वालों को 7-8% interest देती है और लोन 11-12% interest मे देती है। तो एसे पूरा cycle चलता है।

CASA Ratio क्या होता है? (What Is CASA Ratio IN Hindi)

CASA यानि किसी बैंक के पास कितने Current account और saving account है

CASA ratio यानि बैंक के पास जो भी सारी deposit आती है उस मैसे current account और saving account से कितने deposit मिले है वो ratio CASA ratio है।

CASA Ratio कैसे calculate करते है? (How to calculate CASA Ratio?)

CASA यानि Current account और Saving account की सारी Deposit/ Total Deposit

Total deposit मे सारी deposit आ गयी जेसे FD,RD, saving और current account सारी जो बैंक के पास deposit है वो।

CASA ratio जितना ज्यादा होगा उतनी बैंक एक अच्छी होती है यानि की उसके पास current और saving account ज्यादा है और वो उस पैसे को कम interest देके ज्यादा मे लोन दे के profit कमा रही है।

FD मे 7-8 %  और current मे 0% और सविंग मे ज्यादा से ज्यादा 3-5% interest देना होता है तो जीतने ज्यादा current और saving account से पैसा आएगा वो कम interest वाला होगा तो बैंक को लोन से ज्यादा interest मिलने से ज्यादा फ़ायदा होगा। तो उस stock से फ़ायदा हो सकता है।

Net NPA Ratio क्या होते है? (What Is Net NPA Ratio In Hindi)

NPA का full form Non Performing Asset. NPA यानि जो पैसे बैंक ने लोन मे दिया है वो कितना है जो वापिस नही आता या नही मिला। कोई लोन दी हो और वो पैसे का कुछ हिस्सा लोन लेने वाले ने दिया नि नही हो तो वो बैंक के पास आया नही तो वो बैंक का नुकसान हुआ

Net NPA Ratio जितना ज्यादा होगा उतना पैसा बैंक जुटाने मे असफल रही आई उतना पैसा नही मिला जितना ज़्यादा ये Ratio होगा उतना बैंक का performance खराब है लोन वसूल करने मे।

जेसे 1000 Rs का लोन दिया है तो 1% NPA है यानि Rs. 10 नही मिला 100 रूपय मैसे। तो अगर 2% है तो 20 नही मिला और 0.5% है यानि 5 RS नही तो आप समाज सकते है की जितना ज़्यादा ये ratio होगा उतना low performance है उस bank का।

ये बहुत ही ज़्यादा important ratio है किसी बैंक के बारे मे जानने का।

Latest Updates!!

Cost of funds/Liabilities Ratio क्या होता है? (What is Cost Of Funds In Hindi?)

Cost of funds यानि बैंक के पास जिनके funds यानि पैसे है उनको कितना interest देना है वो ratio.

जेसे FD मे 7%, saving मे 4% तो सारे Customer को ये सब मिलाके कितना देना है वो cost।

CASA और cost of funds आपस मे थोड़े बहुत जुड़े हौवे है। बहुत सारे बैंक advertisement करके अपने saving account के user बढ़ा देते है ज़्यादा interest का लालच देके तो उसका CASA बढ़ जाता है लेकिन cost of funds भी बाद जाता है।

तो आप एक investor के रूप मे समज सकते है की केसे वो बढ़ाया हुआ है उस बैंक को अब ज़्यादा पैसे देने है अपने depositor को। जेसे Kotak Mahindra बैंक के बहुत सारे user बढ़ी थे ज़्यादा interest देने के बहाने से तो उसका CASA और Cost of fund भी ज़्यादा है।

जहा HDFC जो एक अच्छी बैंक मे से एकजना जाता है उसका CASA भी ज़्यादा है और cost of fund भी थोड़ा कम है साथ NPA भी कम है।

Advances Growth क्या होता है? (What is Advances Growth In Hindi?)

किसी बैंक की growth कैसे check करे? Advances growth Ratio आप से पता लगा सकते है किसी भी बैंक का growth।

Advances growth का मतलब ये होता है की वो कितने ज़्यादा लोन दे रहा है पहले क मुक़ाबले।

पिछले साल के मुक़ाबले कितने ज़्यादा लोन इस साल दिया उससे बैंक की ग्राउट पता चल सकती है। क्यूकी बैंक का यानि factor होता है लोन का जिससे बैंक ग्रो करती है।

तो ज़्यादा लोन देगी तो ज़्यादा मुनाफा कमाएगी तो ज़्यादा ग्रो होगी।

लेकिन लोन की जरूरत तो सब को होती है तो बैंक किसी को भी लोन दे सकती है कितनी भी लेकिन सही इंसान को लोन देना जरूरी है नही तो NPA ज़्यादा होगा तो वो अच्छी बात नही है।

और लोन देने के लिए पैसे भी होने चाहिए तो बैंक के पास कितना capital है वो बताता है हमारा CAR Ratio.

CAR Ratio क्या है? (what Is CAR Ratio In Banks In Hindi?)

CAR का full form Capital abdicative ratio है। यानि की बैंक के पास कितनी कैपिटल है। CAR जितना ज़्यादा होगा उतना अच्छा माना जाता है। 12% के आसपास अगर किसी बैंक का CAR है तो ये खतरनाक हो सकता है। और इन सब मामलो मे कोटक महिद्रा बैंक और HDFC बैंक का अच्छा performance है इन सब मे

तो ये थे कुछ Ratio जिससे को को देख के आप बैंक के share select करने मे बहुत help करेगे

अगर कोई भी suggestion है तो comment मे बताए साथ ही आपको और कोनसे कोनसे  topic पे article चाहिए वो भी suggestion comments  मे बता सकते है।

धन्यवाद!!

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