शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो कैसे बनाएं | Stock Market Portfolio kaise banaye?
अगर आप शेयर बाजार में पैसा Invest करते हैं तो आपके लिए एक अच्छा स्टॉक पोर्टफोलियो बनाना बहुत जरूरी है। आपको अपने पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट पर कितना रिटर्न मिलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने किस तरह के स्टॉक में इन्वेस्ट किया है।
क्योंकि अगर आपने खराब स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लिया तो इससे आपका पूरा निवेश पोर्टफोलियो बर्बाद हो सकता है।
इसलिए आज मैं आपको बताने वाली हु कि–
- शेयर मार्केट में एक अच्छा पोर्टफोलियो कैसे बनाएं,
- एक मजबूत पोर्टफोलियो में किस तरह के शेयर होना चाहिए,
- एक अच्छा पोर्टफोलियो कैसा दिखता है
- और पोर्टफोलियो बनाते समय किस शेयर में कितना पैसा निवेश करना चाहिए?
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि स्टॉक पोर्टफोलियो कैसे बनाएं तो इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़ें।
In This Post
- 1 शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो कैसे बनाएं (Stock Portfolio kaise banaye)
- 1.1 1. पोर्टफोलियो बनाने के लिए अच्छे शेयर चुनें
- 1.2 2. अधिक क्वांटिटी में शेयर खरीदें
- 1.3 3. अपने पोर्टफोलियो के हर शेयर में मिनिमम 4% निवेश करें
- 1.4 4. स्टॉक पोर्टफोलियो में एक जैसे शेयर नहीं होना चाहिए
- 1.5 5. शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो बनाते समय रिस्क को मैनेज करें
- 1.6 6. पोर्टफोलियो को अलग-अलग सेक्टर्स में डायवर्सिफाई करें
- 2 पोर्टफोलियो बनाने के नियम फॉलो करें
- 3 पोर्टफोलियो बनाते समय ये बातें ध्यान रखें
- 4 एक अच्छा पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
- 5 शेयर मार्केट में 1 लाख का पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
- 6 शेयर मार्केट में 50000 का पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो कैसे बनाएं (Stock Portfolio kaise banaye)
शेयर बाजार में एक शानदार पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको स्टॉक मार्केट की बेसिक नॉलेज होनी चाहिए। एक अच्छा स्टॉक पोर्टफोलियो लंबे समय में आपके निवेश पर अच्छे रिटर्न कमा कर दे सकता है। इसलिए जितना अच्छा आपका पोर्टफोलियो होगा उतना ही ज्यादा आपको मुनाफा होगा।
नीचे हमने कुछ आसान स्टेप्स बताए हैं जिन्हें फॉलो करके आप शेयर मार्केट में एक अच्छा पोर्टफोलियो बना सकते हैं–
1. पोर्टफोलियो बनाने के लिए अच्छे शेयर चुनें
शेयर मार्केट में अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए सबसे जरूरी है सही स्टॉक चुनना. क्योंकि एक अच्छा स्टॉक लॉन्ग टर्म में आपके पोर्टफोलियो को 100 गुना भी कर सकता है और दूसरी ओर एक खराब स्टॉक आपकी पूरी इन्वेस्टमेंट राशि को डुबा भी सकता है।
और इसीलिए पोर्टफोलियो बनाते समय उसमें ऐसी कंपनी का शेयर रखना चाहिए–
- जिसकी बैलेंस शीट मजबूत हो,
- फंडामेंटल्स अच्छे हो,
- मैनेजमेंट अच्छा हो,
- कंपनी पर कर्ज बहुत कम हो,
- कंपनी का बिजनेस मॉडल फ्यूचर के मुताबिक अच्छा हो,
- कंपनी साल दर साल तेजी से ग्रोथ कर रही हो,
- और स्टॉक सही वैल्यूएशन पर मिल रहा हो.
अगर किसी शेयर में ऊपर दिए गए सभी फैक्टर्स देखने को मिलते हैं तो आपको उस कंपनी के शेयर को अपने निवेश पोर्टफोलियो में शामिल कर लेना चाहिए।
2. अधिक क्वांटिटी में शेयर खरीदें
अब आपने अच्छा शेयर सिलेक्ट करना सीख लिया है लेकिन कई बार लोग गलती यह करते हैं कि वह बहुत थोड़ी मात्रा में शेयर खरीदते हैं जिस वजह से उन्हें रिटर्न्स भी बहुत ही कम मिलते हैं भले ही शेयर प्राइस 10 गुना ही क्यों ना बढ़ गया हो.
उदाहरण के लिए– मान लीजिए आपने बहुत रिसर्च करके एक फंडामेंटली मजबूत शेयर ढूंढ लिया जिसकी–
- बैलेंस शीट मजबूत है,
- डेट फ्री कंपनी है,
- मैनेजमेंट अच्छा है,
- फंडामेंटल्स अच्छे हैं,
- प्रॉफिट मार्जिन भी कंपीटीटर्स के मुकाबले ज्यादा हैं
- और कंपनी भी लगातार ग्रोथ कर रही है
इसीलिए आपने इस कंपनी में निवेश कर दिया और कुछ महीनों बाद ही अपनी अच्छी परफॉर्मेंस के चलते यह शेयर 10 गुना बढ़ गया.
मतलब अगर पहले जब आपने इन्वेस्ट किया था तो इस कंपनी का शेयर प्राइस 100 रुपये था जो अब बढ़कर 1000 रुपये हो गया है
तो इस सिचुएशन में आपको 10 गुना मुनाफा हुआ.
लेकिन एक प्रॉब्लम है….
प्रॉब्लम यह है कि जिस समय आपने इस कंपनी में निवेश किया था उस समय आपका पोर्टफोलियो 1 लाख रुपये का था।
लेकिन आपने इस कंपनी में केवल 1000 रुपये ही लगाए थे (मतलब 100 रुपये की कीमत पर आपने केवल 10 शेयर ही खरीदे थे)
और इसी वजह से शेयर प्राइस 10 गुना बढ़ने के बावजूद भी आपका पोर्टफोलियो केवल 10% ही बढ़ा
यानी कि आपका 1 लाख का पोर्टफोलियो बढ़कर अब 1 लाख 10 हज़ार का हो गया
तो कहने का मतलब क्या है है कि आपके द्वारा खरीदा गया शेयर भले ही 10 गुना बढ़ गया हो लेकिन आपको ज्यादा कुछ मुनाफा नहीं हुआ क्योंकि आपने उस शेयर में बहुत कम पैसा लगाया था.
इसीलिए अगर आपको किसी कंपनी पर पूरा भरोसा है और आपने उसकी अच्छे से फंडामेंटल एनालिसिस की है तो उसमें अपने पोर्टफोलियो का कम से कम 4% पैसा जरूर निवेश करना चाहिए, इसकी जानकारी अगले पॉइंट में दी गई है।
3. अपने पोर्टफोलियो के हर शेयर में मिनिमम 4% निवेश करें
जैसा कि आपने ऊपर दिए गए पॉइंट में देखा कि एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको एक शेयर में मिनिमम 4% निवेश करना ही चाहिए।
क्योंकि अगर भविष्य में आपके द्वारा खरीदा गया कोई शेयर 10 गुना या 100 गुना बढ़ जाता है तो आपको भी अच्छे खासे रिटर्न मिल जाएं।
इसलिए जब भी आप किसी स्टॉक को सिलेक्ट करें तो यह नियम बना लें कि अपने पोर्टफोलियो के किसी भी शेयर में 4% से कम पैसा निवेश नहीं करना है।
4. स्टॉक पोर्टफोलियो में एक जैसे शेयर नहीं होना चाहिए
शेयर बाजार में एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाते समय आपको कभी भी एक ही जैसे दो या दो से अधिक शेयरों को नहीं रखना चाहिए।
मान लीजिए आपको लगता है कि आने वाले समय में बैंकिंग सेक्टर बहुत तेजी से बढ़ने वाला है इसीलिए आपने HDFC Bank, ICICI Bank और Kotak Bank इन तीनों में बराबर बराबर पैसा निवेश कर दिया
लेकिन अब दिक्कत यह है कि अगर बैंकिंग सेक्टर में कोई बड़ी प्रॉब्लम आती है तो आपका पूरा पोर्टफोलियो गिर जाएगा क्योंकि इन तीनों बैंकों का भविष्य same factors पर निर्भर करता है
जबकि अगर आपने बैंकिंग सेक्टर के अलावा किसी अन्य सेक्टर की कंपनियों में भी डायवर्सिफाई किया होता तो शायद आपका पोर्टफोलियो संतुलित हो जाता।
इसीलिए एक ही जैसे सभी शेयरों में निवेश करना सही नहीं है।
जिस तरह मैंने बैंकिंग सेक्टर का उदाहरण दिया उसी तरह से कुछ लोग सिर्फ और सिर्फ आईटी सेक्टर की कंपनियों में ही पूरा पैसा निवेश कर देते हैं तो वहीं कुछ लोग जो फार्मा सेक्टर पर बुलिश होते हैं वह अपना पूरा पैसा फार्मा सेक्टर की कंपनियों में ही लगा देते हैं।
अगर आप भी यह गलती करते हैं तो आज से ही इसे सुधार लीजिए क्योंकि एक निवेशक जब शेयर मार्केट में अच्छा पोर्टफोलियो बनाता है तो उसे यह गलती भविष्य में बहुत महंगी पड़ती है।
5. शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो बनाते समय रिस्क को मैनेज करें
शेयर पोर्टफोलियो बनाते समय अपने जोखिम (Risk) को सही तरीके से मैनेज करना बहुत जरूरी है. प्रत्येक निवेशक को अपनी Risk capacity यानी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार ही निवेश करना चाहिए।
अगर आप किसी एक शेयर में बहुत ज्यादा पैसा लगा देते हैं और बाद में उस शेयर का दाम गिर जाता है तो आपको उसे नुकसान में बेचना पड़ता है.
और जैसा कि मैंने ऊपर दिए गए पॉइंट में भी बताया कि एक ही जैसे शेयरों में निवेश करने का कोई फायदा नहीं होता क्योंकि वह एक साथ गिरते हैं और एक साथ बढ़ते हैं।
इसीलिए अगर आप एक जैसी सभी कंपनियों में पूरा पैसा लगा देते हैं तो आपका रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाता है लेकिन अगर आप अलग-अलग प्रकार की कंपनियों में अपने कैपिटल को डिवाइड करते हैं तो जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है और प्रॉफिट की संभावना बढ़ जाती है।
6. पोर्टफोलियो को अलग-अलग सेक्टर्स में डायवर्सिफाई करें
अब तक आप समझ ही चुके होंगे कि portfolio को अलग-अलग सेक्टर्स में डायवर्सिफाई क्यों करना चाहिए। शेयर मार्केट में एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाने की नींव ही उसमें विविधता लाना है यानी कि डायवर्सिफिकेशन करना है।
क्योंकि जितना अधिक आप डायवर्सिफिकेशन करेंगे उतना ही कम आप का रिस्क होगा.
मान लीजिये– आप किसी छोटी small cap कंपनी के पेनी स्टॉक में इन्वेस्ट करना चाहते हैं क्योंकि उसमें रिटर्न बहुत ज्यादा मिलते हैं लेकिन ध्यान रहे उसमें Risk भी उतना ही ज्यादा होता है।
अब अगर आपके पास सिर्फ 50000 रुपये हैं और इस पूरे पैसे को एक ही कंपनी में लगाने के बजाए 10 अलग-अलग कंपनियों में बराबर बराबर अमाउंट निवेश कर दिया
यानी कि 5000 रुपये प्रत्येक कंपनी में निवेश किये
अब मान लीजिए कि कुछ महीनों या कुछ साल बाद 10 में से 8 कंपनियां पूरी तरह से डूब गई
लेकिन उनमें से बची हुई 2 कंपनियों में से एक कंपनी बढ़कर 10 गुना हो गई और दूसरी कंपनी बढ़कर 5 गुना हो गई
तो ऐसे में जो कंपनी 10 गुना हो गई, सिर्फ इस एक कंपनी ने ही आपका पूरा इन्वेस्टमेंट जोकि 50000 रुपये था वह रीकवर कर दिया
और जो दूसरी कंपनी 5 गुना हुई यानी कि इस कंपनी में लगाया गया आपका 5000 रुपये बढ़कर अब 25000 रुपये हो गया है मतलब आपको 20000 रुपये का प्रॉफिट हुआ।
इस उदाहरण में हमने यह बताने की कोशिश की है कि ‘आपको एक ही शेयर में पूरा पैसा लगाने की बजाए उसे 5 से 10 अलग-अलग शेयरों में diverse कर देना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपका रिस्क लगभग zero हो जाता है और प्रॉफिट की संभावना काफी बढ़ जाती है।’
पोर्टफोलियो बनाने के नियम फॉलो करें
एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के नियम (How to create best stock market portfolio in hindi)
- पोर्टफोलियो में फंडामेंटल मजबूत शेयर शामिल करें।
- किसी भी स्टॉक में मिनिमम 4% पैसा निवेश करें।
- एक ही प्रकार की कंपनियों के शेयर मत खरीदें।
- शेयर मार्केट में अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें।
- पोर्टफोलियो बनाते समय रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान रखें।
- शेयर के अलावा म्यूच्यूअल फंड, ईटीएफ, इंडेक्स फंड और बॉन्ड में भी इन्वेस्ट करना चाहिए
- स्मॉल कैप, मिडकैप और लार्ज कैप तीनों प्रकार की कंपनियों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहिए
- आपके द्वारा खरीदे गए स्टॉक्स के प्रॉफिट मार्जिन और ग्रोथ हर साल बढ़ना चाहिए।
- सुनिश्चित करें कि भविष्य में उस कंपनी के प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ने वाली हो।
- जिस कंपनी का शेयर आपने अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया है उसका बिजनेस मॉडल मजबूत होना चाहिए।
तो अब आप समझ गए होंगे कि शेयर मार्केट में अपना पोर्टफोलियो बनाते समय कौन-कौन से नियम फॉलो करना चाहिए। चलिए अब जान लेते हैं कि पोर्टफोलियो बनाते समय वह कौन-कौन सी गलतियां हैं जो एक इन्वेस्टर को कभी नहीं करना चाहिए–
पोर्टफोलियो बनाते समय ये बातें ध्यान रखें
शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो बनाते समय beginners काफी गलतियां करते हैं जिससे उन्हें काफी नुकसान होता है। अगर आपने शुरुआत से ही इन गलतियों को सुधार लिया तो भविष्य में आपके पोर्टफोलियो पर शानदार रिटर्न पाने से आपको कोई नहीं रोक सकता। इसलिए अपना स्टॉक पोर्टफोलियो बनाने से पहले आपको नीचे दी गई आवश्यक बातों पर जरूर गौर करना चाहिए–
1. अपने पूरे कैपिटल का कम से कम 4% इन्वेस्ट करें
शेयर मार्केट में अगर आप अपने पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न कमाना चाहते हैं तो किसी भी कंपनी के शेयर में मिनिमम 4% पैसा निवेश करना चाहिए।
क्योंकि यह कोई नहीं बता सकता कि कोई शेयर कब बढ़ेगा और कब उस इंडस्ट्री में बहुत बड़ा उछाल आ सकता है तो अगर आपके द्वारा खरीदे गए किसी शेयर का प्राइस बहुत ज्यादा बढ़ जाता है यानी कि वह मल्टीबैगर स्टॉक बन जाता है तो आपको उसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
2. शेयर को एवरेज करने से बचें
शेयर बाजार में पोर्टफोलियो बनाते समय बहुत सारे नए निवेशक स्टॉक को एवरेज करने की गलती करते हैं।
अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं तो शायद आप भी ऐसा करते होंगे कि जब किसी कंपनी का शेयर गिरता है तो आप उसे और अधिक खरीद लेते हैं और जब वह दोबारा गिरता है तो उसे और अधिक खरीद लेते हैं
जबकि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए बल्कि अपने आप से यह सवाल पूछना चाहिए–
क्या जो शेयर गिर रहा है उस कंपनी पर आपको सच में इतना conviction और कॉन्फिडेंस है कि भविष्य में उसका शेयर प्राइस जरूर बढ़ेगा.
अगर इसका जवाब “हां” है, तो आप बेशक उस शेयर को एवरेज कर सकते हैं मतलब गिरावट होने पर और अधिक खरीद सकते हैं।
लेकिन अगर इसका जवाब “नहीं” है मतलब आपको उस शेयर गिरावट के पीछे का कारण नहीं पता और ना ही आपको उस कंपनी पर ज्यादा कॉन्फिडेंस है तो आपको कभी भी उस शेयर को average नहीं करना चाहिए।
अगर आपको पता चलता है कि उस शेयर में कोई दिक्कत है या मैनेजमेंट कोई फ्रॉड कर रहा है तो आपको तुरंत ऐसे शेयर को अपने पोर्टफोलियो से बाहर निकाल देना चाहिए मतलब उसे sell कर देना चाहिए।
3. पोर्टफोलियो की किसी भी कंपनी के शेयर में 10% से ज्यादा निवेश मत करें
अब तक आपने देखा कि पोर्टफोलियो बनाते समय किसी कंपनी में मिनिमम 4% पैसा निवेश करना चाहिए। इसी तरह जब आप किसी शेयर को खरीदें यानी जब उस स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें तो उसमें अपनी कुल राशि का मैक्सिमम 10% ही इन्वेस्ट करना चाहिए।
4. पोर्टफोलियो बनाते समय किसी एक सेक्टर में 25% से ज्यादा ना लगाएं
जैसा कि मैंने बताया कि आपको अलग-अलग कंपनियों के सेक्टर में अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे किसी भी सेक्टर में अपने टोटल कैपिटल का 25% से अधिक राशि निवेश ना करें।
मतलब अगर आपके पास Total capital 1 लाख रुपये है तो उसमें से केवल 25000 रुपये ही आप किसी एक सेक्टर में invest कर सकते हैं। अगर आपने इससे ज्यादा पैसा निवेश कर दिया तो आपका रिस्क बढ़ जाएगा क्योंकि अगर वह पूरा सेक्टर खराब परफॉर्म करता है तो आपके स्टॉक पोर्टफोलियो पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
एक अच्छा पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
- एक अच्छे पोर्टफोलियो में कम से कम 15 शेयर के शेयर शामिल करें।
- उसमें सभी कंपनियों के शेयर फंडामेंटली मजबूत होना चाहिए।
- प्रत्येक स्टॉक अलग सेक्टर का होना चाहिए।
- आपका पोर्टफोलियो निवेश डायवर्सिफाई को करें।
- अपने पोर्टफोलियो में म्यूच्यूअल फंड और बॉण्ड को भी शामिल करें।
- कंपनियों की फ्यूचर में ग्रोथ होने के चांसेस होना चाहिए।
- स्टॉक पोर्टफोलियो के अलावा आप म्यूच्यूअल फंड और गोल्ड में भी इन्वेस्ट करके देख सकते हैं।
शेयर मार्केट में 1 लाख का पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
अगर आप शेयर मार्केट में 1 लाख रुपये का पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं तो आपको कम से कम पांच अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों में निवेश करना चाहिए। इस 100000 रुपये के इन्वेस्टमेंट से आपके द्वारा खरीदे गए प्रत्येक शेयर में मिनिमम 4% और मैक्सिमम 25% पैसा निवेश करके आप 100000 rs का अच्छा पोर्टफोलियो बना सकते हैं।
शेयर मार्केट में 50000 का पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
शेयर मार्केट में 50000 का पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों में पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए। क्योंकि अगर आप 50 हज़ार रुपये से निफ़्टी या सेंसेक्स की लार्ज कैप कंपनियों का शेयर खरीदने की सोचेंगे तो उसमें कुछ शेयर ही मिलेगें। इसलिए आपको 10 अलग-अलग फंडामेंटली मजबूत कंपनियों के शेयर में इस पैसे को डिवाइड करना चाहिए।