बॉन्ड क्या है, कितनी तरह के होते हैं और कैसे काम करते हैं? बॉन्ड मे कैसे निवेश करे?

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बॉन्ड के बारे मे आपने कभी न कभी सुना होगा लेकिन ज़्यादातर लोगो को नही पता होता है की बॉन्ड क्या है बॉन्ड कैसे कम करता है और बॉन्ड होते किस लिए है और साथ मे लोगो को ये भी पता होता है की बॉन्ड मे FD से ज्यादा Return है लेकिन Bond मे कैसे इन्वेस्ट करे कहा से खरीदे वो नही पता होता है। तो आप इन सब के बारे मे जानेगे।

बॉन्ड क्या है? (Bond Meaning in Hindi)

बॉन्ड यानि की कोई कंपनी को लोगो से उधर पैसे चाहिए होता है तब लोन लेती है लोगो से Bond के जरिये। तो कंपनी के लिए ये एक loan है। जिससे कंपनी की हिस्सेदार कम नही होती है जैसे की share मार्केट मे इक्विटि से होती है।

Bond Government कंपनी भी issue करती है और Private कंपनी भी। तो सरल भाषा मे बॉन्ड यानि लोन। जो की face value पे issue होता है और उसपे Interest दिया जाता है जैसे बैंक मे लोन लेने पर दिया जाता है।



Bonds यानि Fixed Income Securities होते है जेसे रिस्क बहुत कम होता है ओर income Fix होती है। जेसे की FD और PPF. इसमे पहले से बता दिया जाता है की इतने इतने टाइम मे इतना इंटरेस्ट के साथ पैसे वापिस मिलेगे। Bonds मे आपको FD से ज्यादा return मिलता है। इसमे fix time के बाद fix interest के साथ पैसा वापिस मिलता है। इसमे पहले से define होता है की कितने टाइम बाद कितने rate पैसा वापिस मिलेगा!

Bond की टाइम लिमिट क्या होती है?

Bond मे फिक्स टाइम लिमिट नही होती है हर कंपनी अलग अलग टाइम के लिए बॉन्ड निकलती है कुछ 5 साल कुछ 1 साल सब के अलग अलग टाइम होता है।

Bond मे कितना return मिलता है?

हर एक कंपनी अलग अलग Interest पे bond issue करती है लेकिन बैंक की FD से ज्यादा return मिलेगा। जेसे की 10% जितना Interest तो मिल सकता है।

Bond के क्या फ़ायदे है? (Advantages of Bond?)

  • Bond लेने के काफी फ़ायदे है जैसे की…
  • Bond एक low risk investment है। तो जोखम बॉन्ड मे कम होता है।
  • Bond मे FD से ज्यादा Return मिलता है
  • Fix return मिलता है यानि की लॉस होने का चान्स कम है।
  • समय समय पर interest मिलता रहता है तो लंबे टाइम तक इंतज़ार नही करना पड़ता है।

Bond के नुकसान क्या है? (Disadvantage of Bond?)

  • काफी बॉन्ड मे निवेश हमे वापिस नही मिलता है ज्यादातर private bond ए ईएसए हो सकता है। लेकिन ऐसा कम किस्सो मे होता है लेकिन संभावना है।
  • Bond मे तरलता नही है आप कभी भी बेच नही सकते है क्यूकी सामने कोई खरीदना वाला होना चाहिए।
  • इसमे Interest fix होता है यानि की अगले साल Interest ज्यादा होगा तो आपको कम ही मिलेगा।

Bond को कहा से कैसे खरीदे? How to Buy Bond?

Bond खरीदने के लिए RBI ने अभी नई स्कीम लायी है RBI Retail Direct Scheme

  • RBI Retail Direct Scheme से आप RBI Bond, Central Government bonds, state government Bonds, sovereign Gold Bonds, government Terusry bill ये सब मे RBI के इस portal पर investment कर सकते है।
  • RBI Retail Direct Scheme के मे आप प्राइमरी ओर secondary दोनों मार्केट मे इन्वेस्ट कर सकते है। प्राइमरी यानि न्यू को Bonds है वो Direct खरीदना ओर secondary यानि अगर किसी ने Bonds लिए ओर वो बेचना चाहता है टाइम के पहले तो आप ले सकते है।
  • UPI, Net Banking से भी आप Transaction कर सकते है।
  • India मे bond मार्केट कम है लेकिन दूसरे देश मे share market से ज्यादा bond market है। इसके लिए retail investor से मार्केट बड़ सकता है जिसके लिए RBI ने Retail Direct Scheme निकली है जिससे कोई भी इंसान उसमे invest कर सकता है जिससे आगे India मे भी bond market share market की तरह चलेगा।

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