Mario Molina In Hindi: मारियो मोलिना जानिए कौन है जिनका ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव का पता करने में महत्वपूर्ण योगदान है
महान रसायन विशेषज्ञ डॉक्टर मारियो कि आज 80 वी जयंती है जिन्होंने पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव का पता करने में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
Dr Mario Molina Details In Hindi
मेक्सिको के रसायन विशेषज्ञ डॉ मारियो मुलीना का आज का 80th जन्मदिन है डॉ मौलाना का जन्म आज के दिन 19 मार्च 1947 को मेक्सिको में हुआ था ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री करने के बाद यह जर्मनी के FreeBerg वर्ग विश्वविद्यालय में इन्होंने अपनी एक एडवांस डिग्री हासिल की
1970 के समय में डॉक्टर ने अपनी शोध चालू कर दी थी और यह पता करने में बिजी हो गए थे कि सिंथेटिक रसायन पृथ्वी को कितना ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं और वायुमंडल में इसका क्या प्रभाव रहता है उन्होंने सबसे पहले यह पता लगाया कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन जो कि एयर कंडीशनर एयर सोलस्प्रे आदि चीजों में पाया जाता है वह कैसे हो ओजोन परत को प्रभावित कर रहा है
और जब ओजोन परत में कुछ भी प्रभाव होता है तो आने वाली पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर आ जाती है जो कि मानव जीवन के लिए काफी ज्यादा हानिकारक होती हैं और इनसे कई बीमारियां भी बनती है
और इस रिसर्च के बाद उन्हें विज्ञान में नोबेल पुरस्कार भी मिला जो कि उन्हें रसायन विज्ञान शाखा में मिला था
उनके बारे में कहा जाता था कि वह इतने जुनूनी थे कि उन्होंने अपने बाथरूम को भी एक अस्थाई प्रयोगशाला में बदल कर रख लिया था और इन्होंने ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव के बारे में कई खोजे भी की थी जिनकी वजह से इनका नाम काफी ज्यादा चर्चे में रहता है
और इसके साथ-साथ इनकी एक शोध में यह भी आया था कि ओजोन परत में छेद की खोज इन्होंने ही पता लगाई थी जो कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों के कारण हुआ था जो कि ओजोन परत को बहुत ज्यादा प्रभावित करती हैं
डॉक्टर मोरियो का निधन 7 अक्टूबर 2020 को हो गया था इनकी उम्र 70 वर्ष थी और उन्हें दिल का दौरा पड़ा था जिससे इनका निधन हो गया था
आशा करता हूं दोस्तों आप सभी को डॉक्टर मारियो मोलिना के बारे में जानकारी पसंद आई होगी और आप सभी लोगों से गुजारिश है कि आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं