UPI में फिर रुकावट: GPay, PhonePe और Paytm यूजर्स परेशान, क्या है इस बार की वजह?

By Sahitya Porwal

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शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को भारत में डिजिटल पेमेंट करने वालों को एक बार फिर झटका लगा। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में तकनीकी खराबी के कारण देशभर में पेमेंट सेवाएँ ठप हो गईं।

Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे लोकप्रिय ऐप्स के साथ-साथ कई बैंकिंग ऐप्स पर भी लेन-देन फेल होने की शिकायतें सामने आईं।

किराने की दुकान से लेकर ऑनलाइन पेमेंट तक, हर जगह यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। आइए, जानते हैं कि क्या हुआ और इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है।

UPI डाउन होने की पूरी कहानी

सुबह करीब 11:26 बजे से UPI यूजर्स ने पेमेंट फेल होने की शिकायतें शुरू कीं। डाउनडिटेक्टर के अनुसार, दोपहर 11:41 बजे तक 222 से ज्यादा यूजर्स ने डिजिटल पेमेंट में दिक्कत की बात कही।

कुछ यूजर्स को लॉगिन करने में भी समस्या हुई, जबकि कई लोग फंड ट्रांसफर नहीं कर पाए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यूजर्स ने अपनी नाराजगी जाहिर की और मीम्स के जरिए स्थिति का मजाक भी उड़ाया। एक यूजर ने लिखा, “UPI डाउन है, अब तो पर्स में नकदी रखनी पड़ेगी!”

यह कोई पहला मौका नहीं है। पिछले महीने भी 26 मार्च को UPI में ऐसी ही रुकावट आई थी, जिसने लाखों यूजर्स को परेशान किया था। पिछले एक साल में यह छठा बड़ा UPI आउटेज है,

जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या भारत का डिजिटल पेमेंट सिस्टम पूरी तरह भरोसेमंद है?

कौन-कौन से ऐप्स प्रभावित हुए?

इस बार के आउटेज ने लगभग सभी प्रमुख UPI प्लेटफॉर्म्स को प्रभावित किया। इनमें शामिल हैं:

  • Google Pay: यूजर्स ने पेमेंट फेल होने और ऐप क्रैश की शिकायत की।
  • PhonePe: फंड ट्रांसफर और QR कोड पेमेंट में दिक्कतें आईं।
  • Paytm: कई यूजर्स को लॉगिन और पेमेंट दोनों में समस्या हुई।
  • बैंकिंग ऐप्स: SBI, ICICI, HDFC और Axis Bank जैसे बैंकों के UPI सर्विसेज भी प्रभावित हुए।

TOI टेक टीम ने भी पेमेंट और फंड ट्रांसफर की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इससे साफ है कि यह समस्या पूरे सिस्टम में थी, न कि किसी एक ऐप या बैंक तक सीमित।

NPCI का क्या कहना है?

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI), जो UPI को मैनेज करता है, ने इस बार अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। पिछले आउटेज में NPCI ने कहा था कि कुछ बैंकों में तकनीकी खराबी के कारण समस्या हुई थी, लेकिन सिस्टम को जल्द ठीक कर लिया गया था। इस बार भी यूजर्स को उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

यूजर्स को क्या करना चाहिए?

अगर आप भी UPI आउटेज से परेशान हैं, तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं:

  1. नकदी रखें: छोटे-मोटे लेन-देन के लिए थोड़ी नकदी साथ रखें, ताकि ऐसी स्थिति में दिक्कत न हो।
  2. UPI लाइट ट्राई करें: कुछ बैंकों ने सुझाव दिया है कि UPI लाइट का इस्तेमाल करें, जो छोटे लेन-देन के लिए बिना पिन के काम करता है।
  3. पेमेंट स्टेटस चेक करें: अगर आपका पेमेंट फेल हुआ है, तो ऐप में ट्रांजैक्शन हिस्ट्री चेक करें। ज्यादातर मामलों में, पैसा 3-5 दिन में रिफंड हो जाता है।
  4. वैकल्पिक तरीके: डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें, अगर UPI काम न करे।
  5. सोशल मीडिया पर अपडेट: X जैसे प्लेटफॉर्म्स पर UPI की स्थिति पर नजर रखें, क्योंकि यूजर्स वहाँ तुरंत अपडेट शेयर करते हैं।

छोटे कारोबारियों पर असर

UPI आउटेज का सबसे ज्यादा असर छोटे दुकानदारों और कारोबारियों पर पड़ता है, जो रोजाना के लेन-देन के लिए डिजिटल पेमेंट पर निर्भर हैं। सब्जी वाले से लेकर रेहड़ी-पटरी वालों तक, सभी को नकदी की कमी के कारण ग्राहक खोने पड़ते हैं। एक दुकानदार ने कहा, “सब UPI से पेमेंट करते हैं। जब यह बंद होता है, तो बिक्री आधी रह जाती है।”

भारत में UPI का महत्व

UPI ने भारत में डिजिटल पेमेंट को क्रांति की तरह बदल दिया है। छोटे गाँवों से लेकर बड़े शहरों तक, लोग किराने की खरीदारी से लेकर बिल पेमेंट तक UPI का इस्तेमाल करते हैं। NPCI के आँकड़ों के अनुसार, मार्च 2025 में UPI के जरिए 14,736 मिलियन ट्रांजैक्शन हुए, जिनका मूल्य 20 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा था। लेकिन बार-बार होने वाले आउटेज से यूजर्स का भरोसा डगमगा रहा है।

भविष्य में क्या सुधार चाहिए?

विशेषज्ञों का कहना है कि UPI की लोकप्रियता को देखते हुए इसके इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करना होगा। कुछ सुझाव हैं:

  • बैकअप सिस्टम: आउटेज के दौरान वैकल्पिक सिस्टम जो काम कर सके।
  • तेज रिस्पॉन्स: NPCI को जल्दी बयान जारी करके यूजर्स को अपडेट करना चाहिए।
  • बैंकों की जिम्मेदारी: बैंकों को अपने सर्वर को और बेहतर करना होगा, ताकि तकनीकी खराबी कम हो।
  • यूजर जागरूकता: लोगों को नकदी और अन्य पेमेंट तरीकों के लिए तैयार रहना चाहिए।

12 अप्रैल 2025 का UPI आउटेज एक बार फिर दिखाता है कि डिजिटल पेमेंट कितने सुविधाजनक हैं, लेकिन उनकी अपनी कमियाँ भी हैं। GPay, PhonePe और Paytm जैसे ऐप्स पर निर्भरता बढ़ने के साथ हमें ऐसी स्थिति के लिए तैयार रहना होगा।

अगर आप अगली बार तत्काल पेमेंट करना चाहते हैं, तो थोड़ी नकदी साथ रखें और धैर्य बनाए रखें। उम्मीद है कि NPCI जल्द ही इस समस्या को हल करेगा और डिजिटल पेमेंट फिर से सुचारू हो जाएँगे।

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