मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFSL) ने अपने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के नतीजों के साथ निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है।
कंपनी ने पहली बार 0.50 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया और अपने एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में 5680% की जबरदस्त उछाल दर्ज की। इसके साथ ही, विशेषज्ञों ने शेयर की आकर्षक वैल्यूएशन को देखते हुए इसे लंबी अवधि के लिए शानदार निवेश विकल्प बताया है। आइए, जियो फाइनेंशियल के नतीजों, डिविडेंड, और शेयर की संभावनाओं को विस्तार से समझें।
जियो फाइनेंशियल के Q4 नतीजों की मुख्य बातें
जियो फाइनेंशियल ने 17 अप्रैल 2025 को अपने Q4 नतीजे घोषित किए, जो उम्मीदों से बेहतर रहे। यहाँ प्रमुख आँकड़े हैं:
- नेट प्रॉफिट: 316 करोड़ रुपये, जो सालाना आधार पर 1.8% ज्यादा है (पिछले साल 311 करोड़ रुपये) और तिमाही आधार पर 7% की वृद्धि दिखाता है।
- रेवेन्यू: 493 करोड़ रुपये, जो सालाना 18% और तिमाही आधार पर 13% की बढ़ोतरी दर्शाता है।
- AUM में उछाल: कंपनी का AUM वित्तीय वर्ष 2024 के अंत में 173 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया, यानी 5680% की वृद्धि। तिमाही आधार पर भी AUM दोगुना हुआ।
- डिविडेंड: पहली बार 5% डिविडेंड (0.50 रुपये प्रति शेयर, 10 रुपये फेस वैल्यू पर) घोषित किया गया। रिकॉर्ड डेट की घोषणा बाद में होगी।
कंपनी ने अपनी सहायक कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रियल इनवेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड (RIIHL) के जरिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों से प्राप्त डिविडेंड इनकम भी बताया, जो इस तिमाही में महत्वपूर्ण रहा।
डिविडेंड: निवेशकों के लिए पहला तोहफा
जियो फाइनेंशियल ने अपने 49,78,984 शेयरहोल्डर्स के लिए पहली बार डिविडेंड घोषित किया है। यह 0.50 रुपये प्रति शेयर है, जो कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और शेयरहोल्डर्स के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। X पर निवेशकों ने इस कदम की सराहना की है, और कई ने इसे शेयर में विश्वास बढ़ाने वाला कदम बताया। डिविडेंड की घोषणा के बाद शेयर में 1.73% की तेजी देखी गई, और यह 246.45 रुपये पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों की राय: लंबी अवधि का शानदार निवेश
विशेषज्ञों ने जियो फाइनेंशियल के शेयर को लंबी अवधि के लिए आकर्षक निवेश बताया है। गौरांग शाह (जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज) ने शेयर को ‘BUY’ रेटिंग दी और 350 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया। उनका कहना है कि कंपनी की मजबूत मैनेजमेंट, डिजिटल-फर्स्ट रणनीति, और नए बिजनेस वेंचर्स इसे NBFC सेक्टर में लीडर बना सकते हैं।
वैशाली पारेख ने भी शेयर को खरीदने की सलाह दी, जिसमें 260 रुपये का तात्कालिक टारगेट और 222 रुपये का स्टॉप लॉस बताया। X पर @themoneymuscle ने लिखा कि कंपनी की वैल्यूएशन (P/E 97, P/B 1.3) भविष्य की स्केलिंग (लेंडिंग, वेल्थ मैनेजमेंट, और पेमेंट्स) पर आधारित है, लेकिन FY26 में EPS दोगुना होने की उम्मीद है।
जियो फाइनेंशियल की रणनीति और विस्तार
जियो फाइनेंशियल ने कई क्षेत्रों में तेजी से विस्तार किया है:
- डिजिटल लेंडिंग: जियो फाइनेंस ऐप के जरिए होम लोन, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी, और म्यूचुअल फंड लोन शुरू किए गए। हाल ही में डिजिटल लोन अगेंस्ट सिक्योरिटीज लॉन्च किया, जिसमें 10 मिनट में 1 करोड़ रुपये तक का लोन मिल सकता है (9.99% ब्याज दर से शुरू)।
- ब्लैकरॉक के साथ JV: सेबी से मंजूरी मिलने के बाद, जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट और ट्रस्टी कंपनियों ने वेल्थ मैनेजमेंट और ब्रोकिंग शुरू की। कंपनी ने इसमें 66.5 करोड़ रुपये का निवेश किया।
- इंश्योरेंस वेंचर: एलियांज के साथ इंश्योरेंस बिजनेस के लिए प्रारंभिक समझौता हुआ, जो भविष्य में बड़ा राजस्व स्रोत बन सकता है।
- फिजिकल फुटप्रिंट: जियो फाइनेंस लिमिटेड ने 10 टियर-1 शहरों में फिजिकल प्रेजेंस बनाई, जिससे रिटेल और कॉर्पोरेट लेंडिंग में डिमांड बढ़ी।
कंपनी के CEO हितेश सेठिया ने कहा कि FY25 में तेज प्रोडक्ट लॉन्च, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, और जियो फाइनेंस ऐप की यूजर बेस में वृद्धि हुई। FY26 में AI-ड्रिवेन एनालिटिक्स और डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरिए कंपनी ग्राहकों को बेहतर प्रोडक्ट्स देगी।
शेयर का प्रदर्शन और वैल्यूएशन
17 अप्रैल 2025 को जियो फाइनेंशियल का शेयर BSE पर 1.73% ऊपर 246.45 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर (394.70 रुपये, 23 अप्रैल 2024) से 37% नीचे है और मार्च 2025 में 198.60 रुपये के निम्नतम स्तर तक गिरा था। कंपनी का मार्केट कैप 1.56 लाख करोड़ रुपये है।
वैल्यूएशन की बात करें तो:
- P/E रेशियो: 97.1 (सेक्टर P/E 13.87 की तुलना में ज्यादा), जो भविष्य की वृद्धि पर आधारित है।
- P/B रेशियो: 1.27, जो आकर्षक माना जा रहा है।
- ROE: पिछले पाँच सालों में 1.15% से 11.87% तक सुधार हुआ।
निवेशकों के लिए सलाह
जियो फाइनेंशियल के शेयर को लेकर विशेषज्ञों की राय सकारात्मक है, लेकिन यह लंबी अवधि (1.5-2 साल या 5 साल) के निवेशकों के लिए ज्यादा उपयुक्त है।
- खरीदारी: 225-250 रुपये का स्तर खरीदारी के लिए अच्छा है। टारगेट 260 रुपये (छोटी अवधि) और 350 रुपये (लंबी अवधि)। स्टॉप लॉस 210-222 रुपये रखें।
- होल्ड: मौजूदा निवेशकों को शेयर होल्ड करने की सलाह है, खासकर अगर कीमत 280-300 रुपये तक गिरे।
- जोखिम: शॉर्ट-टर्म में अस्थिरता संभव है, क्योंकि शेयर 100-दिन और 200-दिन मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और रेगुलेटरी मंजूरी में देरी जोखिम बढ़ा सकती है।
जोखिम और चुनौतियाँ
कुछ जोखिम जिन पर ध्यान देना जरूरी है:
- उच्च वैल्यूएशन: P/E रेशियो 97 होने से शेयर महँगा लग सकता है। अगर कंपनी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, तो करेक्शन संभव है।
- रेगुलेटरी मंजूरी: नए बिजनेस शुरू करने में देरी हो सकती है, जो राजस्व को प्रभावित करेगा।
- प्रतिस्पर्धा: बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस जैसे प्रतिस्पर्धी NBFC सेक्टर में मजबूत हैं।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने Q4 नतीजों, पहले डिविडेंड, और AUM में जबरदस्त वृद्धि के साथ निवेशकों का ध्यान खींचा है। कंपनी की डिजिटल लेंडिंग, ब्लैकरॉक और एलियांज के साथ साझेदारी, और निफ्टी 50 में शामिल होने से इसकी विश्वसनीयता बढ़ी है।
विशेषज्ञ इसे लंबी अवधि के लिए शानदार निवेश मान रहे हैं, लेकिन शॉर्ट-टर्म में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। अगर आप रिलायंस ग्रुप की ताकत और डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज की संभावनाओं पर भरोसा करते हैं,
तो जियो फाइनेंशियल आपके पोर्टफोलियो में एक मजबूत दाँव हो सकता है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल सलाहकार से चर्चा करें।