भारत की सबसे बड़ी सरकारी कोयला खनन कंपनी और महारत्न PSU, कोल इंडिया लिमिटेड (CIL), अपने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के नतीजों की घोषणा करने जा रही है।
कंपनी ने 21 अप्रैल 2025 को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक 7 मई 2025 को होगी, जिसमें Q4 और पूरे वित्तीय वर्ष के ऑडिटेड वित्तीय नतीजों को मंजूरी दी जाएगी। इसके साथ ही, कंपनी फाइनल डिविडेंड की सिफारिश पर भी विचार कर सकती है, जिसने निवेशकों में उत्साह बढ़ा दिया है।
X पर @ETNOWlive और @scanx_trade ने भी इस खबर को हाइलाइट किया, जिससे शेयर में तेजी की उम्मीद जताई जा रही है। आइए, कोल इंडिया के नतीजों, डिविडेंड, और शेयर की संभावनाओं को विस्तार से समझें।
कोल इंडिया Q4 नतीजों की मुख्य जानकारी
कोल इंडिया ने Q4 FY25 नतीजों की घोषणा के लिए निम्नलिखित शेड्यूल जारी किया है:
- बोर्ड मीटिंग तारीख: 7 मई 2025 (बुधवार)
- उद्देश्य: जनवरी-मार्च 2025 तिमाही और पूरे वित्तीय वर्ष (FY25) के ऑडिटेड वित्तीय नतीजों (स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड) को मंजूरी देना और रिकॉर्ड में लेना।
- डिविडेंड: बोर्ड फाइनल डिविडेंड की सिफारिश पर विचार करेगा, जो शेयरहोल्डर्स के लिए FY25 का तीसरा डिविडेंड हो सकता है।
- ट्रेडिंग विंडो: इनसाइडर ट्रेडिंग रोकने के लिए ट्रेडिंग विंडो 1 अप्रैल 2025 से बंद है और नतीजों के 48 घंटे बाद (9 मई 2025) को फिर से खुलेगी।
पिछले रिकॉर्ड के अनुसार, कोल इंडिया आमतौर पर बाजार बंद होने के बाद (शाम 4:16 बजे के आसपास) अपने नतीजे घोषित करती है, जैसा कि Q2 FY25 में हुआ था। इसलिए, 7 मई को भी नतीजे शाम को आने की उम्मीद है।
डिविडेंड: निवेशकों के लिए सौगात
कोल इंडिया PSU स्टॉक्स में सबसे ज्यादा डिविडेंड यील्ड देने वाली कंपनी है, जिसकी यील्ड FY25 में 7% रही। Axis Securities के अनुसार, कंपनी ने पिछले 12 महीनों में 26.35 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड दिया है। FY25 में अब तक:
- पहला अंतरिम डिविडेंड: 15.75 रुपये प्रति शेयर (21 नवंबर 2024 को रिकॉर्ड डेट)।
- दूसरा अंतरिम डिविडेंड: 31 जनवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट फिक्स की गई, लेकिन राशि की घोषणा बाकी है।
FY24 में कंपनी ने कुल 25.25 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड दिया था, जिसमें 20.5 रुपये अंतरिम और 5 रुपये फाइनल डिविडेंड शामिल थे। X पर @scanx_trade ने बताया कि 7 मई को फाइनल डिविडेंड की घोषणा शेयर को और आकर्षक बना सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि FY25 का फाइनल डिविडेंड 5-8 रुपये प्रति शेयर हो सकता है, जो कंपनी की मजबूत कैश पोजीशन को दर्शाएगा।
कोल इंडिया का वित्तीय प्रदर्शन (पिछली तिमाहियों से संदर्भ)
हालांकि Q4 FY25 के नतीजे अभी घोषित नहीं हुए हैं, लेकिन पिछली तिमाहियों का प्रदर्शन कंपनी की स्थिति को समझने में मदद करता है:
- Q2 FY25 (जुलाई-सितंबर 2024): नेट प्रॉफिट 6,289 करोड़ रुपये, जो पिछले साल की तुलना में 22% कम और Q1 FY25 के 10,959 करोड़ रुपये से 43% कम था। रेवेन्यू 30,673 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना 6.4% और तिमाही आधार पर 16% कम था।
- Q3 FY25 (अक्टूबर-दिसंबर 2024): रेवेन्यू 35,780 करोड़ रुपये, जो Q3 FY24 के 36,154 करोड़ रुपये से 6.7% कम था। PAT 8,491.2 करोड़ रुपये, जो 17.5% कम था।
- Q4 FY24 (जनवरी-मार्च 2024): नेट प्रॉफिट 8,682 करोड़ रुपये (ET NOW अनुमान 9,142 करोड़ रुपये के मुकाबले कम), रेवेन्यू 37,410.4 करोड़ रुपये, और EBITDA 13,338 करोड़ रुपये (मार्जिन 30.31%)।
Q4 FY25 में प्रॉफिट और रेवेन्यू पर दबाव रह सकता है, क्योंकि फरवरी 2025 में कोयला उत्पादन 74.1 मिलियन टन रहा, जो पिछले साल के 74.8 मिलियन टन से 0.9% कम था। हालांकि, पूरे FY25 (अप्रैल-फरवरी) में उत्पादन 695.3 मिलियन टन रहा, जो पिछले साल के 685.1 मिलियन टन से ज्यादा है।
शेयर का प्रदर्शन और वैल्यूएशन
21 अप्रैल 2025 को कोल इंडिया का शेयर BSE पर 0.40% बढ़कर 400.55 रुपये पर बंद हुआ। शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर (543.55 रुपये) से 26% नीचे और निम्नतम स्तर (351.50 रुपये) से 14% ऊपर है। पिछले एक साल में शेयर ने 100% रिटर्न दिया, लेकिन पिछले 6 महीनों में 20.62% की गिरावट देखी गई।
- मार्केट कैप: 2.47 लाख करोड़ रुपये
- P/E रेशियो: 8.8 (सेक्टर औसत 15 से कम), जो शेयर को आकर्षक बनाता है।
- डिविडेंड यील्ड: 7%, जो PSU स्टॉक्स में सबसे ज्यादा है।
- ROE: 45.2% (FY24), जो मजबूत फंडामेंटल्स दिखाता है।
X पर @ETNowSwadesh ने लिखा कि डिविडेंड की उम्मीद और मजबूत नतीजों से शेयर में तेजी आ सकती है।
कोल इंडिया की रणनीति और ताकत
कोल इंडिया भारत में 80% से ज्यादा कोयला उत्पादन करता है और 352 खदानों के साथ 8 राज्यों में काम करता है। इसकी कुछ प्रमुख रणनीतियाँ:
- उत्पादन बढ़ोतरी: FY25 में अप्रैल-फरवरी तक 695.3 मिलियन टन कोयला उत्पादन, जो सालाना आधार पर बढ़ा।
- पावर सेक्टर सप्लाई: FY25 में पावर सेक्टर को 560 मिलियन टन कोयला सप्लाई, जो कुल सप्लाई का बड़ा हिस्सा है।
- डिजिटल और ऑपरेशनल सुधार: ट्रांजैक्शन प्रक्रियाओं को आसान करने और NPS कंज्यूमर्स के लिए वित्तीय बोझ कम करने की पहल।
- मजबूत बैलेंस शीट: कंपनी के पास पर्याप्त कैश रिजर्व है, जो डिविडेंड और विस्तार को सपोर्ट करता है।
निवेशकों के लिए सलाह
कोल इंडिया के शेयर को लेकर विशेषज्ञों की राय सकारात्मक है, लेकिन कुछ सावधानियाँ जरूरी हैं:
- खरीदारी: 390-400 रुपये का स्तर खरीदारी के लिए अच्छा है। टारगेट प्राइस 450-480 रुपये (छोटी अवधि) और 550 रुपये (लंबी अवधि)। स्टॉप लॉस 375 रुपये रखें। संतोष मीणा (मार्केट एक्सपर्ट) ने सुझाव दिया कि 375 रुपये से नीचे गिरावट पर सतर्क रहें।
- होल्ड: मौजूदा निवेशकों को डिविडेंड और नतीजों तक होल्ड करने की सलाह। अगर कीमत 350 रुपये तक गिरे, तो और खरीद सकते हैं।
- लंबी अवधि: 7% डिविडेंड यील्ड और मजबूत फंडामेंटल्स इसे लंबी अवधि (3-5 साल) के लिए आकर्षक बनाते हैं।
जोखिम और चुनौतियाँ
कुछ जोखिम जिन पर ध्यान देना जरूरी है:
- प्रॉफिट में कमी: Q2 और Q3 FY25 में प्रॉफिट और रेवेन्यू में गिरावट देखी गई, जो Q4 में भी जारी रह सकती है।
- उत्पादन में कमी: फरवरी 2025 में 0.9% उत्पादन गिरावट ने निवेशकों को चिंतित किया।
- वैश्विक कारक: कोयला आयात और वैश्विक ऊर्जा कीमतें मांग को प्रभावित कर सकती हैं।
- पर्यावरण नियम: हरित ऊर्जा की ओर बढ़ते कदम कोयला मांग पर असर डाल सकते हैं।
कोल इंडिया के Q4 FY25 नतीजे और संभावित फाइनल डिविडेंड की घोषणा निवेशकों के लिए बड़ा मौका लेकर आ रही है। कंपनी का 7% डिविडेंड यील्ड, मजबूत मार्केट पोजीशन, और भारत की ऊर्जा जरूरतों में अहम भूमिका इसे PSU स्टॉक्स में टॉप पिक बनाती है।
हालांकि, हाल की तिमाहियों में प्रॉफिट में कमी और उत्पादन चुनौतियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अगर आप डिविडेंड-केंद्रित निवेश की तलाश में हैं और शॉर्ट-टर्म अस्थिरता को सहन कर सकते हैं, तो कोल इंडिया आपके पोर्टफोलियो के लिए मजबूत दाँव हो सकता है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल सलाहकार से सलाह लें और 7 मई के नतीजों पर नजर रखें।