एक दिन में शेयर कितना बढ़ और गिर सकता है? – (कितना % ऊपर या नीचे जाएगा?)
जब आप शेयर बाजार में बिल्कुल नए होते हैं तो आपके मन में काफी सारे सवाल होते हैं जिनमें से एक सवाल यह होता है कि आखिर एक दिन में शेयर कितना बढ़ और गिर सकता है?
आपने सुना भी होगा की रातो रात share market मे करोड़पति कैसे बने एसी न्यूज़ और आर्टिकल होते है लेकिन इस पोस्ट से आपको क्लियर हो जाएगा की असल मे हम रातो रात बर्बाद या करोड़पति बन सकते है?
यानी कि शेयर मार्केट में लिस्टेड किसी कंपनी का शेयर 1 दिन में कितना ऊपर या नीचे जा सकता है आज हम इसी के बारे में आपको विस्तार से बताने वाले हैं
तो आइये जान लेते हैं–
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एक दिन में शेयर कितना बढ़ और गिर सकता है?
कोई शेयर 1 दिन में कितना बढ़ेगा या गिरेगा इसका कोई फिक्स नियम नहीं होता है क्योंकि शेयर का प्राइस कंपनी के परफॉर्मेंस और उसकी पॉजिटिव या नेगेटिव न्यूज़ के आधार पर घटता या बढ़ता है। अगर किसी दिन कंपनी के बारे में बहुत अच्छी खबर आ गई तो शेयर 10% या इससे ज्यादा भी बढ़ या गिर सकता है।
लेकिन किसी कंपनी का शेयर प्राइस कितना घट या बढ़ सकता है यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि मार्केट में उस कंपनी से संबंधित न्यूज़ कितनी बड़ी या छोटी आई है.
अगर कोई खबर कंपनी के बारे में बहुत ही बड़ी है तो उस कंपनी के शेयर प्राइस में भी उतना ही ज्यादा गिरावट या उछाल देखने को मिलेगा.
इसके अलावा शेयर प्राइस कितना घट या बढ़ता है यह कंपनी के मार्केट कैप यानी उस कंपनी के साइज पर भी निर्भर करता है।
मतलब जो कंपनी जितनी बड़ी होगी उसका शेयर प्राइस एक दिन में उतना ही कम ऊपर या नीचे जाएगा. ठीक इसकी विपरीत जो कंपनी जितनी छोटी होगी उसका शेयर प्राइस उतना ही तेजी से बढ़ेगा या घटेगा।
मार्केट कैप के आधार पर तीन प्रकार की कंपनियां होती है लार्ज कैप, मिड कैप और स्माल कैप.
- Large cap ऐसी कंपनियां होती हैं जिनका मार्केट कैप एक लाख करोड़ से ज्यादा होता है इन कंपनियों का शेयर प्राइस बहुत ही धीमी गति से बढ़ता या घटता है.
- Mid cap ऐसी कंपनियां होती हैं जिनका मार्केट कैप 20 हजार करोड़ से ज्यादा होता है इन कंपनियों का शेयर प्राइस मीडियम गति से बढ़ता या घटता है.
- Small cap ऐसी कंपनियां होती हैं जिनका मार्केट कैप 1000 करोड़ से 20000 करोड़ के बीच होता है इन कंपनियों का शेयर प्राइस या तो बहुत तेजी से बढ़ता है या फिर बहुत तेजी से गिरता है।
इसके अलावा सबसे छोटी कंपनियां जिनको Micro cap साइज की कंपनियां कहते हैं इनका मार्केट साइज 1000 करोड़ से भी कम होता है।
देखा जाए तो किसी भी पॉजिटिव या नेगेटिव खबर का असर सबसे ज्यादा small cap और micro cap stocks में ही देखने को मिलता है और इसी कारण इतनी छोटी कंपनियों का शेयर प्राइस बहुत तेजी से ऊपर या नीचे चला जाता है।
सर्किट लगने के कारण घटता या बढ़ता है शेयर प्राइस
कुछ शेयर्स में आपने देखा होगा कि 5%, 10% या 20% के अपर सर्किट या लोअर सर्किट लगते रहते हैं। मतलब कुछ शेयर ऐसे होते हैं जिनका शेयर प्राइस कई दिन तक 5%, 10% या 20% बढ़ता रहता है या फिर गिरता रहता है।
ऐसा अधिकतर छोटी कंपनियों यानी पेनी स्टॉक्स में ही होता है क्योंकि इनको ऑपरेट करना बहुत आसान होता है
यानी की अगर किसी बड़े इन्वेस्टर ने एक साथ बहुत सारे शेयर खरीद लिए और फिर उसे लोगों को झूठा दिलासा देकर जबरदस्ती खरीदने को कहा या फिर सोशल मीडिया पर उसे शेयर का जोरो शोरों से प्रमोशन किया
तो ऐसे में बहुत सारे नए लोग इस प्रकार की छोटी कंपनियों में पैसा लगा देते हैं.
और इतने सारे लोग जब एकदम से उस शेयर में पैसा लगाने लगते हैं तो उसका शेयर प्राइस अचानक से बहुत तेजी से बढ़ने लगता है और इसीलिए उस शेयर में 5%, 10% या 20% के अपर सर्किट लगने लगते हैं.
और एक समय ऐसा आता है जब उस शेयर का प्राइस हद से ज्यादा बढ़ जाता है और तब ऑपरेटर यानी जिन लोगों ने शुरुआत में उस share में बड़ा पैसा लगाया था और सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार किया था वह लोग अपने सभी शेयर बढ़े हुए दामों पर बेचकर बाहर निकल जाते हैं
और फंस जाते हैं आप और हम जैसे छोटे नए निवेशक
क्योंकि जब आप उस कंपनी का शेयर बेचने की कोशिश करेंगे तो आप उसे बेच ही नहीं पाएंगे क्योंकि ऑपरेटर्स के इतने ज्यादा शेयर अचानक से sell करने के कारण उस शेयर में लोअर सर्किट लगा शुरू हो जाएंगे मतलब उस शेयर का प्राइस हर दिन 5%, 10% या 20% डेली गिरने लगेगा.
तो इस प्रकार जो लोग शेयर मार्केट में बिल्कुल नए हैं और जिनको कुछ नहीं पता वह इस तरह के शेयर्स में फंस कर अपना पैसा डुबा देते हैं इसलिए कभी भी सर्किट लगने वाले स्टॉक में पैसा निवेश मत करें।
स्टॉक कितनी तेजी से बढ़ सकता है?
कोई स्टॉक कितनी तेजी से बढ़ सकता है यह उस कंपनी से रिलेटेड अच्छी या बुरी खबर पर निर्भर करता है.
हो सकता है कि अगर कंपनी के मैनेजमेंट ने किसी अच्छी खबर का अनाउंसमेंट कर दिया तो वह शेयर एक दिन में 10% या 20% भी बढ़ सकता है।
अच्छी कमाई पर शेयर क्यों गिरते हैं?
बहुत सारे स्टॉक में आपने देखा होगा कि जब उन कंपनियों के तिमाही नतीजे आते हैं और उस कंपनी की रेवेन्यू और कमाई दोनों अच्छी होती हैं लेकिन बावजूद इसके शेयर में गिरावट देखने को मिलती है.
इसका एक बड़ा कारण नेगेटिव market trend हो सकता है.
मतलब अगर किसी दिन बाजार को लेकर लोगों का सेंटीमेंट बियरिश है मतलब शेयर बाजार में लगातार गिरावट हो रही है और ऐसे में अगर कोई कंपनी अच्छे तिमाही नतीजे भी पेश करती है तो भी बाजार उसको अच्छा response नहीं देता है।
ऐसा बहुत बार देखा गया है कि बहुत सारी कंपनियां अपने तिमाही नतीजे में अच्छी कमाई दिखाती हैं लेकिन फिर भी अगले दिन शेयर का प्राइस गिरने लगता है.
लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है?
इसका एक और बड़ा कारण यह है हो सकता है कि शायद कंपनी ने अच्छी कमाई तो दिखाई हो लेकिन जो कमाई उसने दिखाई है वह इसी extra प्रोडक्ट की वजह से हुई होगी जो आने वाले समय में नहीं होगी.
मतलब इस समय जो कंपनी का प्रॉफिट आया है उतना ही प्रॉफिट या उससे ज्यादा प्रॉफिट आने वाले समय में होने के चांसेस बहुत कम होंगे, शायद यह भी एक कारण हो सकता है।
क्योंकि होता यह है कि कई बार कंपनियां अच्छी कमाई दिखाने की चक्कर में अपने financial statements यानी बैलेंस शीट, प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट या फिर कैश फ्लो स्टेटमेंट में कुछ ना कुछ मैनिपुलेट या गड़बड़ी करती हैं
मतलब उनमें फेर बदल करती है जबकि जो होशियार इन्वेस्टर्स होते हैं वह इन्हें आसानी से पकड़ लेते हैं और इसी कारण शेयर में तेजी की बजाए गिरावट देखने को मिलती है।
लेकिन अगर आपको अपनी कंपनी पर भरोसा है और आपने उस कंपनी की अच्छे से फंडामेंटल एनालिसिस की हुई है तो आपको शॉर्ट टर्म में होने वाली छोटी-मोटी गिरावट से घबराना नहीं चाहिए क्योंकि अच्छी और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों का शेयर प्राइस लॉन्ग टर्म में ऊपर ही जाता है।