Margin Meaning In Hindi | मार्जिन का हिंदी में क्या मतलब है?

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अगर आप भी मार्जिन के बारे में एक दम सरलता से जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढे़ क्योकि इसमें हमने मार्जिन से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण विषयो पर चर्चा कि हैं जैसे कि मार्जिन क्या हैं?

मार्जिन एक बेहतरीन विकल्प साबित होता हैं ऐसे शेयर धारकों के लिए जो पैसो की कमी के चलते अधिक गुणवत्ता या अधिक स्टाॅक में निवेश नही कर पाते.

परन्तु आजकल मार्जिन ऐसे निवेशको के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन गया है. क्योकि अब कोई भी निवेशक मार्जिन के द्वारा भी स्टॉक में निवेश कर लाभ कमा सकता हैं आइए जानते है अब मार्जिन के बारे में विस्तारपूर्वक

मार्जिन से तात्पर्य यह हैं कि जब किसी निवेशक को बाजार में निवेश करने हेतु ब्रोकर या अन्य माध्यम से धन उपलब्ध करवाया जाता हैं उस राशि को मार्जिन कहते हैं.

मार्जिन क्या होता है?

वह धनराशि जो कि किसी निवेशक या व्यापारी को अपना बिजनेस करने हेतु उधार दी जाती हैं.
सरल शब्दों में कहे तो मार्जिन एक तरह से प्रीमियम राशि या अग्रिम भुगतान हैं.

स्टॉक मार्जिन

स्टॉक मार्जिन वह पैसा है जो किसी स्टॉक में लगाने या बेचने के लिए ब्रोकर से या किसी अन्य माध्यम से उधार लिया जाता हैं. मार्जिन कहलाता हैं.

उदाहरण-

एक निवेशक है जो किसी कंपनी के शेयर को खरीदना चाहता हैं उसके एक शेयर का मूल्य 100 रुपये है परन्तु उसके पास मात्र 10000 रुपये है, जिसमें वह उस कंपनी के 100 शेयर खरीद सकता है।

अगर वह इस कंपनी के शेयर मार्जिन पर लेता हैं तो उसे यह शेयर खरीदने के लिए 50% मार्जिन उपलब्ध करवाया जाता है इससे वह उस कंपनी के शेयर मात्र 5000 रुपये में ही करीब 100 शेयर खरीद सकता हैं

मतलब उसे मात्र 50% धन ही देना होगा और बचे धन से वह अन्य शेयर में निवेश कर सकता हैं
माना कि उसने पूरे 10000 रुपये से उस कंपनी के 200 शेयर खरीद लिए.

अब उसके एक शेयर पर करीब 50 रुपये बढ़ते हैं तो उसे प्रति शेयर जिनकी संख्या 200 हैं पर लाभ 10000 रुपये होगा.

यही पर देखा जाए तो अगर उस कंपनी के शेयर में गिरावट आती हैं तो उसे भारी नुकसान भी झेलना पड़ सकता हैं. इसलिए मार्जिन उतना ही लें जितना वापस करने में बाद में कोई समस्या न हो.

प्रयुक्त मार्जिन

प्रयुक्त मार्जिन से हम समझ सकते है कि यह वह धनराशि हैं जो एक निवेशक ब्रोकर से उतनी धनराशि लेता हैं जितनी उसे आवश्यकता होती हैं आइए इसे हम एक उदाहरण से समझे

उदाहरण-

अगर कोई व्यक्ति किसी कंपनी का 1 शेयर खरीदना चाहते हैं जिसकी कीमत 1000 रुपये है और उसके स्टॉक अकाउंट में एक 900 रुपये मूल्य का शेयर उपलब्ध है तो ऐसी स्थिति में निवेशक को 100 रुपये का मार्जिन ही लेना पढ़ेगा.

प्रतिज्ञा मार्जिन

प्रतिज्ञा मार्जिन वह धनराशि हैं जो कोई निवेशक अपने क्रेडिट पर पैसा लेते हैं अगर हम इसे और सरल तरह से समझे तो यह वह धनराशि हैं जो कोई निवेशक अपनी संपत्ति को गिरवी रख कर लेता है.

उदाहरण-

अगर कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति या कोई ऐसी मूल्यवान वस्तु को गिरवी रखता हैं जिसकी कीमत उधार ली धनराशि से अधिक है. उसे ही हम प्रतिज्ञा मार्जिन कहते है.

जब किसी व्यक्ति को 1लाख रूपये की आवश्यकता होती हैं और वह अपनी 2 लाख की कोई वस्तु गारंटी के तौर पर गिरवी रखें.

मार्जिन के प्रकार

देखा जाए तो मार्जिन कयी प्रकार का हो सकता हैं परन्तु हम आपको कुछ महत्वपूर्ण मार्जिन के विषय में बताएंगे जिससे आपको मार्जिन के प्रकार के बारे मे समझने मे सहायता प्राप्त होगी

  • पोर्टफोलियो मार्जिन
  • आरंभिक अंतर
  • रखरखाव मार्जिन
  • डे ट्रेडिंग मार्जिन
  • प्रयुक्त मार्जिन
  • प्रतिज्ञा मार्जिन
  • डिलिवरी मार्जिन
  • सकल मुनाफा
  • परिचालन सीमा
  • नेट मार्जिनल
  • डिलीवरी मार्जि

नेट मार्जिन

नेट मार्जिन वह राशि है जो सभी खर्चो को निकालने के बाद सामने आती हैं जिसे हम शुद्ध लाभ भी कहते हैं शुद्ध लाभ मार्जिन निकालने के लिए हम इस सूत्र का प्रयोग कर सकते हैं

  • शुद्ध लाभ मार्जिन = (शुद्ध आय/कुल राजस्व) * 100

उदाहरण:

माना किसी शेयरधारक ने अपने कुछ स्टॉक को सैल किया जिनका मूल्य 20,000 रूपये था, जब इससे सभी खर्चो को अलग किया गया तो इससे 10,000 रूपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ.

मार्जिन के लाभ

  • मार्जिन के तहत आप कम धनराशि लगा कर स्टॉक खरीद सकते है
  • मार्जिन के अनेक प्रकार हैं आप उनमें से अपनी सुविधा के अनुसार मार्जिन चुन सकते हैं
  • मार्जिन के माध्यम से आप बिना रूके निवेश कर सकते हैं.
  • मार्जिन से हानि
  • मार्जिन एक तरह का ऋण है
  • मार्जिन लेने के बाद अगर आपके शेयर की कीमत गिरती है तो आपको भारी आर्थिक जोखिम उठाना पड़ सकता हैं.
  • मार्जिन कम से कम ले क्योकि कब परिस्थिति आपके विपरीत हो किसे पता.


FAQs: Margin Meaning In Hindi

प्रश्न: मार्जिन क्या हैं?

उत्तर: मार्जिन से तात्पर्य यह हैं कि जब किसी निवेशक को बाजार में निवेश करने हेतु ब्रोकर या अन्य माध्यम से धन उपलब्ध करवाया जाता हैं उस राशि को मार्जिन कहते हैं.

प्रश्न: मार्जिन के प्रकार क्या है?

उत्तर: मार्जिन के अनेक प्रकार होते हैं जैसे
आरंभिक अंतर
रखरखाव मार्जिन
डे ट्रेडिंग मार्जिन
प्रयुक्त मार्जिन
प्रतिज्ञा मार्जिन
डिलिवरी मार्जिन
सकल मुनाफा

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