FD से पाए 9% का Interest। जाने क्या है Cumulative और Non Cumulative FD
FD पे लोग ज्यादा भरोसा करते है लेकिन FD मे Interest इतना ज्यादा मिलता नही है लेकिन अगर आप अलग स्कीम के बारे मे जानते है तो FD मे भी अच्छा ख़ासा Return कमा सकते है। इसलिए आज मे आपको Cumulative FD के बारे मे बताने वाली हु जिससे आपको व्याज तो regular नही मिलेगा लेकिन Normal FD से ज्यादा मिलेगा।
FD दो प्रकार की आती है Cumulative और Non Cumulative यानि संचयी और बिन संचयी। बहुत सारे लोग लगभग सिर्फ एफ़डी के बारे मे जानते है और उनको जो व्याज मिलता है बार बार वो Non Cumulative FD होता है। तो अब जानते है की Non Cumulative और Cumulative FD क्या होता है?
Cumulative FD क्या है?
Cumulative FD यानि की संचयी FD जो की हमे व्याज पे व्याज देती है इसलिए हमे ज्यादा Return मिलता है। जैसे की आपको 1000 पे व्याज मिला 80 रुपए तो आगे आपको 1080 पे व्याज मिलेगा। यानि की Compounding का फ़ायदा मिलेगा।
जैसे की SIP मे हमे Compounding का फ़ायदा मिलता है वैसे FD मे भी हो सकता है।
Cumulative FD मे आपको Interest बार बार नही मिलता है वो आपको Maturity पे ही मिलता है यानि की आपकी regular income नही होगी। लेकिन Non Cumulative FD से ज्यादा होगी।
Non Cumulative FD क्या है?
Non Cumulative FD मे आपको Monthly/ Quarterly /yearly ऐसे करके आपने जो तय किया है उस हिसाब से Interest मिलता है। जो की आपके Account मे जमा होता है।
लेकिन इसमे Interest आपको मूल जो जमा किया है असपे ही मिलता है जो की पहले से तय होता है। इसलिए Non Cumulative FD आपको समय समय पे Interest देती है। लेकिन Cumulative से कम देती है।
समीक्षा:
अगर आप को Goal के लिए saving करनी है और जल्दी FD निकलनी नही है और interest का फ़ायदा लेना है तो Cumulative FD मे आप जा सकते है जिसमे आपको Long term के लिए और Saving के लिए पैसे बचा सकते है।
अगर आपको छोटे मोटे वक्त के लिए पैसे चाहिए और व्याज से पैसे समय समय पर चाहिए तो Non Cumulative FD मे आप जा सकते है।
तो अगर आपको लंबे समय के लिए पैसे इन्वेस्ट करने है और रिस्क बिना वाला रिटर्न चाहिए तो Cumulative FD मे आप जा सकते है।